

मीना बोली,दिव्यांग बालिकाओं की शिक्षा व बाल विवाह पर रोक हमारी साझा जिम्मेदारी
लखीमपुर खीरी, 9 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । आज जिले में एक ऐसा दृश्य देखने को मिला, जिसने सबके दिलों को छू लिया। मिशन शक्ति 5.0 के तहत सीडीओ अभिषेक कुमार की विशेष पहल पर दृष्टिबाधित बालिका मोनी वर्मा को एक दिन के लिए लखीमपुर खीरी की प्रतीकात्मक सीडीओ नियुक्त किया गया। यह सिर्फ प्रशासनिक कदम नहीं, बल्कि महिला सशक्तीकरण और सामाजिक समावेश का जीवंत संदेश बन गया।
गुरुवार को विकास भवन में मोनी का स्वागत पुष्पगुच्छ से किया गया। सीडीओ अभिषेक कुमार ने मोनी को अपनी कुर्सी पर बैठाकर जिले की कमान सौंप दी। मोनी ने अपनी नई जिम्मेदारी को बड़ी गंभीरता से निभाया। उन्होंने आम जनता की शिकायतें सुनीं, अधिकारियों को निर्देश दिए और दिखाया कि सच्ची क्षमता और हिम्मत में कोई बाधा नहीं होती।
गोला के ग्रामीण अंचल की रहने वाली मोनी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा परिषदीय विद्यालय से प्राप्त की। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित मिरिंडा हाउस कॉलेज से एमए की डिग्री हासिल की। वर्तमान में मोनी संस्कृत में पीएचडी कर रही हैं और JRF स्कॉलर भी हैं। उनकी मेहनत और दृढ़ संकल्प यह साबित करते हैं कि हर चुनौती के पार जाकर सपनों को साकार किया जा सकता है।
सीडीओ की कुर्सी पर बैठकर मोनी ने जिला प्रोबेशन अधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिए। उनका संदेश था कि दिव्यांग बालिकाओं की शिक्षा हमारी साझा जिम्मेदारी है, बाल विवाह पर सख्त रोक होनी चाहिए। ग्रामीण महिलाओं को स्वदेशी मेले के माध्यम से अपने हुनर का बाजार मिले, ताकि वे आत्मनिर्भर बनकर समाज में अपनी पहचान बना सकें।
सीडीओ अभिषेक कुमार ने कहा कि मिशन शक्ति 5.0 केवल योजना का नाम नहीं, बल्कि महिलाओं के हक और सम्मान की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता है। मोनी ने आज दिखाया कि अगर इच्छा शक्ति मजबूत हो, तो कोई भी बाधा छोटी लगने लगती है।
आज मोनी की मुस्कान और उनकी निर्णायक बातें सीडीओ कार्यालय कक्ष में हर किसी के दिल को छू गईं। एक दिव्यांग बालिका की यह पहल न केवल प्रेरणा है, बल्कि यह याद दिलाती है कि सशक्त समाज, सशक्त महिला और सशक्त भविष्य की नींव यहीं से रखी जाती है।
(Udaipur Kiran) / देवनन्दन श्रीवास्तव
