

मुंबई,9 अक्टूबर ( हि.स.) । राष्ट्रीय अभियान “तंबाकू मुक्त युवा अभियान 3.0” का शुभारंभ आज ठाणे सिविल अस्पताल में इस संदेश के साथ हुआ कि युवा तंबाकू के खिलाफ मजबूती से खड़े हों और एक स्वस्थ भविष्य का निर्माण करें। केंद्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत संचालित इस पहल का उद्देश्य युवा पीढ़ी को तंबाकू उत्पादों से दूर रखकर उन्हें एक स्वस्थ जीवन शैली के लिए प्रेरित करना है।डॉ पवार ने कहा इस दौर में युवा पीढ़ी ही तंबाकू के विरुद्ध मुहिम चलाकर मिसाल पेश करेगी।
कार्यक्रम का शुभारंभ ठाणे सिविल अस्पताल में हुआ। अभियान का उद्घाटन जिला शल्य चिकित्सक डॉ. कैलाश पवार, अतिरिक्त जिला शल्य चिकित्सक डॉ. धीरज महांगड़े और निवासी चिकित्सा अधिकारी डॉ. मृणाली राहुद के मार्गदर्शन में हुआ। ठाणे दंत शल्य चिकित्सक डॉ. अर्चना पवार भी उपस्थित थीं। इस दौरान छात्रों ने नारों, पोस्टरों और जन जागरूकता भाषणों के माध्यम से “तंबाकू को ना कहें” का महत्वपूर्ण संदेश दिया। “तंबाकू को नकारो, जीवन को नमस्ते कहो!” नारों से वातावरण गूंज उठा।
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, स्कूल-कॉलेज के छात्र और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। कार्यक्रम का समापन सभी द्वारा ली गई तंबाकू विरोधी शपथ के साथ हुआ।
इस अभियान के तहत, तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान, तंबाकू मुक्त गाँव और सोशल मीडिया के माध्यम से जन जागरूकता अभियान चलाए जाएँगे। दंत शल्य चिकित्सक डॉ. अर्चना पवार ने बताया कि सभी गतिविधियाँ एनटीसीपी एमआईएस पोर्टल पर टीएफवाईसी 3.0 में प्रतिदिन दर्ज की जाएँगी। ठाणे से शुरू हुई इस पहल का उद्देश्य पूरे महाराष्ट्र में तंबाकू मुक्त पीढ़ी का निर्माण करना है। युवाओं के दृढ़ संकल्प और स्वस्थ विचारों ने इस अभियान को नई गति दी है।
ठाणे सिविल अस्पताल के शल्य चिकित्सक डॉ कैलाश पवार का मानना है कि तंबाकू एक धीमी यात्रा है जो मृत्यु की ओर ले जाती है। तंबाकू के खिलाफ यह लड़ाई केवल स्वास्थ्य के लिए नहीं, बल्कि समाज के अस्तित्व के लिए है। इस अभियान का वास्तविक अर्थ यह है कि प्रत्येक युवा इस बदलाव की शुरुआत स्वयं से करे।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा
