
कोलकाता, 09 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोकसभा सदस्य खगेन मर्मू और पश्चिम बंगाल विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक शंकर घोष पर हुए हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से कराने की मांग को लेकर गुरुवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गई। अदालत ने याचिका को स्वीकार कर लिया है और इस पर अगले सप्ताह सुनवाई होने की संभावना है।
सोमवार दोपहर जलपाईगुड़ी जिले के बमुनडांगा इलाके में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) समर्थकों द्वारा कथित तौर पर भाजपा सांसद और विधायक के काफिले पर हमला किया गया था। दोनों नेता नागराकाटा जा रहे थे, जहां वे बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राहत सामग्री लेकर पहुंचे थे।
हमले में सांसद खगेन मर्मू गंभीर रूप से घायल हाे गए। वर्तमान में वह दार्जिलिंग जिले के सिलीगुड़ी स्थित एक अस्पताल में उपचाराधीन हैं। विधायक शंकर घोष को भी हल्की चोटें आई थीं, जिन्हें बुधवार दोपहर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
याचिकाकर्ता अनिंद्य सुंदर घोष ने अपनी याचिका में राज्य पुलिस की जांच पर संदेह जताते हुए कहा है कि इस मामले की निष्पक्ष और गहन जांच के लिए केंद्रीय एजेंसी एनआईए को जांच सौंपी जानी चाहिए।
इस बीच, गुरुवार सुबह तक इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से दो को बुधवार दोपहर और शेष दो को गुरुवार सुबह गिरफ्तार किया गया।
तृणमूल कांग्रेस ने शुरू से ही इस हमले को भाजपा के खिलाफ स्थानीय जनता की स्वस्फूर्त नाराजगी का परिणाम बताया है। बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इसी तर्क का समर्थन करते हुए कहा कि जिस इलाके में यह हमला हुआ, वहां के लोग भाजपा नेताओं से नाराज थे क्योंकि वे चुनाव जीतने के बाद कभी अपने क्षेत्र में नहीं गए।
वहीं, विधायक शंकर घोष ने गुरुवार सुबह कहा कि वे फिर से राहत सामग्री लेकर उसी स्थान पर जाएंगे, जहां उन पर और सांसद पर हमला हुआ था।————————
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
