कोलकाता, 09 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) ।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने दार्जिलिंग में हाल ही में हुई भूस्खलन आपदा को लेकर ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार पर तीखा हमला बोला है। घोष ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने आपदा से निपटने में लापरवाही और देरी की, जबकि राहत कार्यों में जुटे भाजपा नेताओं पर “बांग्लादेशी घुसपैठियों” ने हमला किया, जिन्हें टीएमसी का संरक्षण प्राप्त है।
गुरुवार सुबह कोलकाता में मीडिया से बात करते हुए घोष ने कहा, “इतनी बड़ी त्रासदी के बाद भी कोई टीएमसी नेता दार्जिलिंग नहीं गया। सरकार का कर्तव्य है कि वह पीड़ितों की मदद करे और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करे, लेकिन मुख्यमंत्री आपदा के दो-तीन दिन बाद वहां पहुंचीं। हमारे भाजपा सांसद और विधायक उनसे पहले राहत कार्य में जुट गए थे।”
उन्होंने आगे दावा किया कि प्रभावित क्षेत्रों में गए भाजपा के आदिवासी सांसदों पर हमला किया गया। घोष ने कहा, “हमारे आदिवासी सांसद जब पीड़ित जनजातीय समुदायों से मिलने गए तो उन पर बांग्लादेशी घुसपैठियों ने हमला किया, जिन्हें टीएमसी का संरक्षण प्राप्त है। टीएमसी नहीं चाहती कि सच्चाई सामने आए, इसलिए हमारे नेताओं को निशाना बनाया गया।”
घोष के इन आरोपों ने पश्चिम बंगाल की सियासत में नई हलचल पैदा कर दी है। भाजपा ने राज्य सरकार पर आपदा प्रबंधन में नाकामी और समय पर राहत नहीं देने का आरोप लगाया है। पार्टी ने सीमा क्षेत्रों, विशेषकर दार्जिलिंग में अवैध घुसपैठ की समस्या को एक बार फिर प्रमुखता से उठाया है।
उधर, दार्जिलिंग में बचाव अभियान अभी भी जारी है। टीएमसी ने दिलीप घोष के आरोपों पर अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
