
मंदसौर, 8 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । लोकायुक्त पुलिस ने बुधवार दोपहर जिला थोक उपभोक्ता सहकारी भंडार की प्रशासक हिमांगिनी शर्मा को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। उज्जैन लोकायुक्त को मंदसौर निवासी प्रभुलाल धनगर ने शिकायत की थी। धनगर के अनुसार, हिमांगिनी शर्मा ने संस्था के संचालन संबंधी स्टेशनरी खरीदने की नोटशीट और चेक पर हस्ताक्षर करने के लिए 30 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। शिकायत के सत्यापन के बाद, लोकायुक्त टीम ने बुधवार को कार्रवाई करते हुए हिमांगिनी शर्मा को प्रभुलाल धनगर से रिश्वत की पहली किश्त के रूप में 15 हजार रुपए लेते रंगे हाथ पकड़ा।
हिमांगिनी बोलीं- मैं सही, कोर्ट जाऊंगी
इधर, हिमांगिनी शर्मा ने बताश रिश्वत लेने जैसे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने प्रभु लाल धनगर को 20 हजार उधार दिए थे। उन्होंने 15 हजार आज लौटाए हैं। प्रभु लाल की सैलरी बाकी थी और वह ओवरएज हैं उन्हें रुपयों की जरूरत होने पर मैंने उन्हें पैसे उधार दिए। अगर मैं सही हूं तो मैं खुद को सही साबित करने के लिए कोर्ट जाऊंगी।
वहीं उज्जैन लोकायुक्त डीएसपी दिनेश चंद्र पटेल ने बताया कि प्रभु लाल धनगर जिला थोक उपभोक्ता भंडार कालाखेत में सहायक प्रबंधक के रूप में पदस्थ हैं, उन्होंने 22 सितंबर को शिकायत दर्ज करवाई थी। बताया था कि संस्था की प्रशासक हिमांगिनी शर्मा संस्था संचालक संबंधित स्टेशनरी क्रय करने के लिए नोटशीट और चेक पर हस्ताक्षर करने के एवज में 30 हजार रुपए रिश्वत की मांग रही हैं। आज प्रशासन हिमांगिनी को पंद्रह हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है।
कार्रवाई को लोकायुक्त डीएसपी दिनेशचंद्र पटेल, हीना डावर, अनिल अटोलिया, श्याम शर्मा, नीरज कुमार, नेहा मिश्रा, मनीषा राजपूत, हितेश ललावत और अंजली पूरानिया की टीम ने अंजाम दिया।
—————
(Udaipur Kiran) / अशोक झलोया
