Haryana

गुरुग्राम में बेसहारा कुत्तों के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश लागू कराने को सक्रिय हुआ नगर निगम

-आवारा कुत्तों के प्रबंधन को लेकर विस्तृत दिशा निर्देश जारी

गुरुग्राम, 8 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । उच्चतम न्यायालय द्वारा गुरुग्राम में आवारा कुत्तों के मामलेे में 11 अगस्त 2025 को पारित किए गए आदेश को लेकर नगर निगम गुरुग्राम भी अब सख्त हो गया है। नगर निगम ने बुधवार को आवारा कुत्तों के प्रबंधन के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों का उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में आवारा कुत्तों से संबंधित घटनाओं पर त्वरित नियंत्रण, जन सुरक्षा सुनिश्चित करना तथा पशु कल्याण के बीच संतुलन स्थापित करना है।

सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार अब हर रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए), अपार्टमेंट ओनर एसोसिएशन (एओए) या स्थानीय निकाय प्रतिनिधि की जिम्मेदारी होगी कि वे अपने क्षेत्र में समुदायिक पशुओं के लिए भोजन की समुचित व्यवस्था करें। भोजन स्थल बच्चों के खेल क्षेत्र, सीढिय़ों, प्रवेश-द्वार या बुजुर्गों की आवाजाही वाले स्थानों से दूर हों। भोजन का समय इस प्रकार तय किया जाए, जिससे बच्चों या वरिष्ठ नागरिकों को कोई असुविधा न हो। साथ ही यह सुनिश्चित करना होगा कि भोजन स्थल पर गंदगी या अव्यवस्था न फैले। वे टीकाकरण, पकडऩे और छोड़े जाने की प्रक्रिया में सहयोग करेंगे। किसी विवाद की स्थिति में एक पशु कल्याण समिति गठित की जाएगी, जिसमें मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, पुलिस प्रतिनिधि, एसपीसीए/राज्य बोर्ड प्रतिनिधि, मान्यता प्राप्त पशु कल्याण संगठन, स्थानीय प्राधिकरण का पशु चिकित्सक, शिकायतकर्ता तथा संबंधित आरडब्ल्यूए या एओए प्रतिनिधि शामिल होंगे।

नगर निगम द्वारा पकड़े गए कुत्तों की नसबंदी, डीवॉर्मिंग एवं टीकाकरण करने के बाद उन्हें उसी क्षेत्र में छोड़ा जाएगा, जहां से वे पकड़े गए थे।

हालांकि, रेबीज संक्रमित या आक्रामक व्यवहार वाले कुत्ते अलग रखे जाएंगे। इन्हें सडक़ पर वापस नहीं छोड़ा जाएगा। ऐसे कुत्तों के लिए विशेष शेल्टर में व्यवस्था की जाएगी। नागरिक नगर निगम गुरुग्राम की हेल्पलाइन 1800-180-1817 पर आवारा कुत्तों से संबंधित शिकायत दर्ज कर सकते हैं। किसी भी व्यक्ति या संस्था द्वारा न्यायालय के आदेशों के पालन में बाधा डालने पर संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई अधिकारी अपने आधिकारिक कर्तव्यों के दौरान किया के द्वारा रोका जाता है, तो वह अपराध की श्रेणी में आएगा।

आवारा कुत्तों को गोद लेने की प्रक्रिया

जो पशु-प्रेमी नागरिक आवारा कुत्तों को गोद लेना चाहते हैं, वे नगर निगम गुरुग्राम के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय (सेक्टर-39) में आवेदन कर सकते हैं। चयनित कुत्तों को टैग कर आवेदक को सौंपा जाएगा।

(Udaipur Kiran)

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