शिमला, 08 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के पेंशनरों को पिछले दो महीनों से पेंशन नहीं मिल रही है। इससे सेवानिवृत्त कर्मचारियों में भारी नाराजगी फैल गई है। प्रदेश की खराब वित्तीय स्थिति के चलते अगस्त और सितंबर माह की पेंशन अब तक जारी नहीं हुई है। इससे हजारों बुजुर्ग पेंशनरों को आर्थिक तंगी झेलनी पड़ रही है।
पेंशनरों का कहना है कि पेंशन न मिलने से उन्हें दवाइयों और जरूरी खर्चों के लिए भी बच्चों पर निर्भर रहना पड़ रहा है, जो उम्र के इस पड़ाव में बेहद कष्टदायक स्थिति है। नाराज पेंशनरों ने अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान किया है। हिमाचल प्रदेश पेंशनर संयुक्त संघर्ष समिति ने 15 अक्तूबर को शिमला में निगम मुख्यालय के बाहर विशाल धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। इस प्रदर्शन में निगम के करीब आठ हजार से अधिक पेंशनर अपने परिवारों सहित भाग लेंगे।
एचआरटीसी पेंशनर्स संयुक्त संघर्ष समिति के सचिव राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि पेंशनरों ने पिछले दो वर्षों में कई बार सरकार और अधिकारियों से अपनी समस्याएं बताईं, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि मार्च 2024 के बाद सेवानिवृत्त हुए पेंशनरों को अभी तक पेंशन मिलनी भी शुरू नहीं हुई है। ठाकुर ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो इसका असर आने वाले पंचायत और 2027 के विधानसभा चुनावों में जरूर दिखेगा।
इधर, एचआरटीसी पेंशनरों के अलावा अन्य विभागों के पेंशनरों में भी नाराजगी बढ़ रही है। इन पेंशनरों ने लंबित डीए, एरियर और मेडिकल बिलों का भुगतान न होने पर सरकार को चेताया है कि अगर 17 अक्तूबर तक उनकी 14 सूत्रीय मांगों पर कोई निर्णय नहीं लिया गया, तो प्रदेशभर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। शिमला में हुई बैठक में पेंशनर संयुक्त संघर्ष समिति ने चेतावनी दी कि जरूरत पड़ी तो सचिवालय घेराव से भी पीछे नहीं हटेंगे।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
