मुंबई, 8 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) ।
पालघर जिले के मनोर ग्रामीण अस्पताल में प्रसव के बाद उपचार में हुई लापरवाही से 22 वर्षीय प्रीति जाधव की मौत हो गई। प्रसव के दौरान शुरू हुए रक्तस्राव को रोकने की सुविधा न होने से उन्हें सिलवासा सरकारी अस्पताल भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हुई। एंबुलेंस और 108 सेवा उपलब्ध न होने से इलाज में देर हुई। मृतका के पति राहुल जाधव ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
इस प्रकरण पर विधायक विलास तरे ने स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर से मुलाकात कर जिम्मेदार डॉक्टरों और कर्मचारियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि मनोर ग्रामीण अस्पताल में आवश्यक सुविधा, ऑक्सीजन और एंबुलेंस की भारी कमी है, जिससे यह “मौत का केंद्र” बन गया है। उन्होंने मृतका के परिवार को सहायता और ट्रॉमा केयर सेंटर शुरू करने की मांग की है।
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(Udaipur Kiran) / जे सिंह
