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प्रधानमंत्री मोदी आज और कल महाराष्ट्र के दौरे पर

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महाराष्ट्र दौरे के प्रथम दिन के कार्यक्रम को भाजपा ने अपने एक्स हैंडल पर साझा किया है।

– नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण का उद्घाटन और मेट्रो लाइन-3 करेंगे राष्ट्र को समर्पित

– ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के साथ करेंगे द्विपक्षीय बैठक, ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में होगा मुख्य संबोधन

नई दिल्ली, 08 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दो दिवसीय महाराष्ट्र दौरा आज से शुरू होगा। नवी मुंबई पहुंचने के बाद अपराह्न लगभग तीन बजे नवनिर्मित नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निरीक्षण करेंगे। लगभग आधा घंटे बाद इस हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे। साथ ही मुंबई में विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। प्रधानमंत्री इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे। अगले दिन प्रधानमंत्री मोदी सुबह लगभग 10 बजे मुंबई में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सर कीर स्टार्मर की मेजबानी करेंगे। दोपहर लगभग 1:40 बजे दोनों नेता जियो वर्ल्ड सेंटर में आयोजित सीईओ फोरम में भाग लेंगे। इसके बाद, दोपहर लगभग 2:45 बजे ग्लोबल फिनटेक फेस्ट के छठे संस्करण में शामिल होंगे। यह जानकारी प्रधानमंत्री का दौरा प्रारंभ होने की पूर्व संध्या पर एक आधिकारिक विज्ञप्ति में दी गई।

नवी मुंबई का कार्यक्रम

विज्ञप्ति के अनुसार, देश को वैश्विक विमानन केंद्र में परिवर्तित करने के अपने दृष्टिकोण के अनुरूप प्रधानमंत्री लगभग 19,650 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (एनएमआईए) के चरण 1 का उद्घाटन करेंगे। यह हवाई अड्डा देश की सबसे बड़ी ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा परियोजना है।1160 हेक्टेयर क्षेत्रफल के साथ दुनिया के सबसे कुशल हवाई अड्डों में से एक के रूप में इसे डिजाइन किया गया है। यह वार्षिक 90 मिलियन यात्रियों और 3.25 मिलियन मीट्रिक टन कार्गो को संभाल सकेगा।

इसकी अनूठी सुविधाओं में एक स्वचालित पीपल मूवर (एपीएम) शामिल है, जो एक परिवहन प्रणाली है जो सभी चार यात्री टर्मिनलों को सुचारू अंतर-टर्मिनल स्थानांतरण के लिए जोड़ेगी। साथ ही एक लैंडसाइड एपीएम भी है जो शहर के बुनियादी ढांचे को जोड़ेगा। स्थायी प्रथाओं के अनुरूप, इस हवाई अड्डे में स्थायी विमानन ईंधन (एसएएफ) के लिए समर्पित भंडारण, लगभग 47 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन और पूरे शहर में सार्वजनिक संपर्क के लिए ईवी बस सेवाएं उपलब्ध होंगी। एनएमआईए देश का पहला हवाई अड्डा भी होगा जो वाटर टैक्सी से जुड़ा होगा।

प्रधानमंत्री आचार्य अत्रे चौक से कफ परेड तक फैली मुंबई मेट्रो लाइन-3 के चरण 2बी का उद्घाटन करेंगे। इसका निर्माण लगभग 12,200 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से हुआ है। साथ ही 37,270 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली पूरी मुंबई मेट्रो लाइन 3 (एक्वा लाइन) राष्ट्र को समर्पित करेंगे। मुंबई की पहली और एकमात्र पूर्णतः भूमिगत मेट्रो लाइन के रूप में यह परियोजना मुंबई महानगर क्षेत्र में आवागमन को नए सिरे से परिभाषित करेगी। कफ परेड से आरे जेवीएलआर तक 33.5 किलोमीटर लंबी, 27 स्टेशनों वाली मुंबई मेट्रो लाइन-3 प्रतिदिन 13 लाख यात्रियों को सेवा प्रदान करेगी। इस परियोजना का अंतिम चरण 2बी, दक्षिण मुंबई के विरासत और सांस्कृतिक जिलों जैसे किला, काला घोड़ा और मरीन ड्राइव तक निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, साथ ही बॉम्बे उच्च न्यायालय, मंत्रालय, भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई), बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नरीमन पॉइंट सहित प्रमुख प्रशासनिक और वित्तीय केंद्रों तक सीधी पहुंच प्रदान करेगा।

मेट्रो लाइन-3 को रेलवे, हवाई अड्डों, अन्य मेट्रो लाइनों और मोनोरेल सेवाओं सहित परिवहन के अन्य साधनों के साथ कुशल एकीकरण सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी में सुधार होगा और महानगरीय क्षेत्र में भीड़-भाड़ कम होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मेट्रो, मोनोरेल, उपनगरीय रेलवे और बस पीटीओ के 11 सार्वजनिक परिवहन ऑपरेटरों (पीटीओ) के लिए एकीकृत कॉमन मोबिलिटी ऐप मुंबई वन का भी शुभारंभ करेंगे। इनमें मुंबई मेट्रो लाइन 2ए और 7, मुंबई मेट्रो लाइन 3, मुंबई मेट्रो लाइन 1, मुंबई मोनोरेल, नवी मुंबई मेट्रो, मुंबई उपनगरीय रेलवे, बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति और परिवहन (बेस्ट), ठाणे नगर परिवहन, मीरा भयंदर नगर परिवहन, कल्याण डोंबिवली नगर परिवहन और नवी मुंबई नगर परिवहन शामिल हैं।

प्रधानमंत्री महाराष्ट्र में कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार विभाग की एक अग्रणी पहल, अल्पकालिक रोजगार योग्यता कार्यक्रम (एसटीईपी) का भी उद्घाटन करेंगे। यह कार्यक्रम 400 सरकारी आईटीआई और 150 सरकारी तकनीकी उच्च विद्यालयों में शुरू किया जाएगा और यह रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए कौशल विकास को उद्योग की आवश्यकताओं के साथ जोड़ने की दिशा में एक बड़ी पहल होगी। एसटीईपी के तहत 2,500 नए प्रशिक्षण बैच स्थापित किए जाएंगे, जिनमें महिलाओं के लिए 364 विशेष बैच और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, इलेक्ट्रिक वाहन, सौर ऊर्जा और एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग जैसे उभरते प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रमों में 408 बैच शामिल हैं।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की यात्रा और ग्लोबल फिनटेक फेस्ट

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सर कीर स्टार्मर 8-9 अक्टूबर को भारत के दौरे पर रहेंगे। यह प्रधानमंत्री स्टारमर की भारत की पहली आधिकारिक यात्रा होगी। इस यात्रा के दौरान दोनों प्रधानमंत्री ‘विजन 2035’ के अनुरूप भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी के विभिन्न पहलुओं में प्रगति की समीक्षा करेंगे। यह विजन व्यापार और निवेश, प्रौद्योगिकी और नवाचार, रक्षा और सुरक्षा, जलवायु और ऊर्जा, स्वास्थ्य, शिक्षा और लोगों के बीच संबंधों के प्रमुख स्तंभों में कार्यक्रमों और पहलों का एक केंद्रित और समयबद्ध दस वर्षीय रोडमैप है।

दोनों नेता भारत-ब्रिटेन व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौते (सीईटीए) द्वारा प्रस्तुत अवसरों पर व्यवसायों और उद्योग जगत के दिग्गजों के साथ चर्चा करेंगे, जो भविष्य की भारत-ब्रिटेन आर्थिक साझेदारी का एक केंद्रीय स्तंभ है। वे क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। दोनों नेता उद्योग विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और नवप्रवर्तकों के साथ भी वार्तालाप करेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री स्टार्मर मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट के छठे संस्करण में भी भाग लेंगे और इस अवसर पर मुख्य संबोधन भी देंगे। ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 दुनिया भर के नवप्रवर्तकों, नीति निर्माताओं, केंद्रीय बैंकरों, नियामकों, निवेशकों, शिक्षाविदों और उद्योग जगत प्रमुखों को एक साथ लाएगा। सम्मेलन का मुख्य विषय, ‘एक बेहतर दुनिया के लिए वित्त का सशक्तिकरण’- एआई, संवर्धित बुद्धिमत्ता, नवाचार और समावेशन द्वारा संचालित, एक नैतिक और स्थायी वित्तीय भविष्य को आकार देने में प्रौद्योगिकी और मानवीय अंतर्दृष्टि के अभिसरण का उल्लेख करता है।

इस वर्ष के आयोजन में 75 से अधिक देशों से 1,00,000 से अधिक प्रतिभागियों के भाग लेने की आशा है, जिससे यह दुनिया के सबसे बड़े फिनटेक सम्मेलनों में से एक बन जाएगा। इस आयोजन में लगभग 7,500 कंपनियां, 800 वक्ता, 400 प्रदर्शक और भारतीय तथा अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्राधिकारों का प्रतिनिधित्व करने वाले 70 नियामक भाग लेंगे। हिस्सा लेने वाले अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में सिंगापुर का मौद्रिक प्राधिकरण, जर्मनी का ड्यूश बुंडेसबैंक, बैंक डी फ्रांस और स्विस वित्तीय बाजार पर्यवेक्षी प्राधिकरण (फिनमा) जैसे प्रतिष्ठित नियामक शामिल हैं। उनकी भागीदारी वित्तीय नीति संवाद और सहयोग के वैश्विक मंच के रूप में जीएफएफ की बढ़ती क्षमता को रेखांकित करती है।

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(Udaipur Kiran) / मुकुंद

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