
रांची, 7 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि मुड़मा मेला आदिवासी-मूलवासियों के सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है। यह झारखंड की परंपरा, सामूहिकता और सामाजिक एकता का दर्पण है, जिसकी लोकप्रियता राज्य ही नहीं बल्कि अन्य प्रदेशों में भी फैली है। मंत्री मंगलवार को ऐतिहासिक राजकीय मुड़मा मेला परिसर पहुंचकर तैयारियों का जायजा ले रही थी।
उन्होंने उम्मीद जताई कि इस वर्ष मेले में लोगों की भागीदारी नया रिकॉर्ड स्थापित करेगी।
आगामी आठ और नौ अक्टूबर को आयोजित होनेवाले इस मेले में झारखंड सहित देशभर से हजारों लोग शामिल होंगे।
मंत्री ने मेला परिसर का भ्रमण कर अधिकारियों को कई निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि आगंतुकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सभी विभाग समन्वय से कार्य करें।
निरीक्षण के दौरान मंत्री ने मेला परिसर में दुकानदार पंचम की दुकान से पीतल से बनी ढोल-नगाड़ा बजाते ग्रामीणों की प्रतिमा और पीतल का मोर खरीदा।
इस दौरान एसडीओ उत्कर्ष गुप्ता, ट्रैफिक एसपी, ग्रामीण एसपी, कई प्रखंडों के बीडीओ-सीओ, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष मंगा उरांव, मुजीबुल्ला, सरिता तिग्गा, सेराफिना मिंज, बंधु उरांव, शमीम अख्तर सहित कई पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
