
गाजियाबाद, 07 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । जनपद गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर थाना पुलिस ने एक अक्टूबर को जिलाबदर बदमाश की हुई हत्या के मामले में मंगलवार को मुख्य आरोपित समेत तीन लोगो को गिरफ्तार किया है। रंजिश, गुटबाजी और क्षेत्र में वर्चस्व बनाने के लिए आरोपित ने साथियों और परिजनों के साथ वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस इस घटना में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।
लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र के बेहटा हाजीपुर में एक अक्बतूर की शाम को जिलाबदर विशाल अपने साथी दीपांशु के साथ दूसरे मोहल्ले में अत्री चक्की के पास गया था। रंजिश और क्षेत्र में वर्चस्व को लेकर उसकी अमन के साथ कहासुनी हुई थी। अमन के परिजन मौके पर पहुंच गए। अमन ने साथियों और परिजनों के साथ मिलकर विशाल और दिपांशु के साथ मारपीट की। आरोपियों ने ईंट और पत्थर से कूचकर विशाल को घायल कर दिया था। परिजन विशाल को दिल्ली की जीटीबी अस्पताल ले गए थे, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था। विशाल के भाई सचिन ने अमन, तुषार, साहिल, संजीत उर्फ जीत, भीमा और अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया था।
एसीपी अंकुर विहार ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि जांच के दौरान वरुण, देव उर्फ कालू और प्रिंस उर्फ पुच्ची निवासी बेहटा हाजीपुर के नाम प्रकाश में आए। मुकदमे में इनके नाम भी जोड़े गए हैं। लोनी बॉर्डर थाना पुलिस ने मंगलवार को मुख्य आरोपित अमन, वरुण और प्रिंस को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि उसका और विशाल का क्षेत्र में वर्चस्व को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। चार माह पहले भी दोनों ने एक-दूसरे पर फायरिंग और पथराव किया था। अमन ने बताया कि एक अक्टूबर को भी विशाल से इसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। विशाल पर ईंट से ताबड़तोड़ वार किए थे।
विशाल और अमन के बीच लंबे समय से रंजिश चली आ रही है। इसी को लेकर विशाल को पुलिस ने बीते 10 सितम्बर को छह माह के लिए जिलाबदर किया था। अमन को भी जिलाबदर करने की संस्तुति कर रिपोर्ट भेजी जा चुकी थी। पुलिस मुनादी करवाकर विशाल को जिलाबदर कर हापुड़ की सीमा पर छोड़ आई थी। बावजूद इसके वह अपने घर में ही रह रहा था और फिर उसकी हत्या कर दी गई। इस मामले में लोनी बॉर्डर चौकी प्रभारी योगेश कुमार और बीट कांस्टेबल महेश कुमार को निलंबित किया गया था। एसीपी का कहना है कि फरार अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है।
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(Udaipur Kiran) / सुरेश चौधरी
