
मुंबई ,7 अक्टूबर ( हि. स.)। ठाणे जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोहन घुगे (भाप्रसे) का जलगाँव के जिला कलेक्टर के पद पर स्थानांतरण हुआ है। ठाणे जिला परिषद में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई नवीन और जनोन्मुखी पहलों को क्रियान्वित करके विकास को एक नई दिशा दी है।
पिछले कुछ महीनों में, उनके नेतृत्व में, जिला परिषद ठाणे ने डिजिटल प्रशासन, शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, जनोन्मुखी, गतिशील और पारदर्शी शासन के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है।
इस कार्यकाल के दौरान, महाराष्ट्र सरकार और भारतीय गुणवत्ता परिषद (QCI) द्वारा संयुक्त रूप से कार्यान्वित ‘कार्यालय मूल्यांकन – 100-दिवसीय कार्य योजना’ के अंतर्गत ठाणे ज़िला परिषद राज्य में प्रथम स्थान पर रही।
प्रशासनिक कार्यकाल के दौरान उल्लेखनीय पहल:1. डोर स्टेप डिलीवरी – नागरिकों के द्वार पर सरकार*नागरिकों को घर बैठे सरकारी दस्तावेज़ प्राप्त हों, यह सुनिश्चित करने के लिए एक अभिनव पहल डोर स्टेप डिलीवरी लागू की गई। इसके माध्यम से, 431 ग्राम पंचायतों में यह सेवा लागू की गई और नागरिकों को सीधे घर बैठे दस्तावेज़ प्राप्त हुए।2. दिशा पहल – शिक्षा में क्रांतिग्रामीण छात्रों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए दिशा पहल के अंतर्गत 31 लाख कृत्रिम बुद्धिमत्ता-आधारित परीक्षण आयोजित किए गए।भाषा और गणित में छात्रों का अध्ययन स्तर दोगुने से भी अधिक हो गया है, और महाराष्ट्र सरकार ने इस पहल को निपुण महाराष्ट्र योजना में शामिल किया है।3. ई-ऑफिस और डिजिटल शासनसभी फाइलों और पत्राचार को डिजिटल करके ई-ऑफिस प्रणाली लागू की गई।
कागज़ रहित कार्य, सात दिनों के भीतर शिकायतों का निपटारा और पारदर्शी प्रशासन ठाणे जिला परिषद की पहचान बन गए।4. योजना आवेदन पोर्टलजिला परिषद की सभी योजनाओं की जानकारी और डिजिटल आवेदन जमा करने के लिए एक एकीकृत पोर्टल बनाया गया, जिससे नागरिकों के लिए योजनाओं का लाभ उठाना आसान हो गया।5. ब्लॉक सुविधा समितिग्रामीणों की शिकायतों का तुरंत समाधान करने के लिए तहसील स्तर पर ब्लॉक सुविधा समिति का गठन किया गया, जिसके माध्यम से अधिकारी सीधे ग्राम स्तर पर जाकर समस्याओं का समाधान करते थे।6. ई-कार्य आवंटन और ई-एचआरएमएसइन प्रणालियों के माध्यम से विकास कार्यों का पारदर्शी आवंटन और 500 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों की डिजिटल सेवा पुस्तिकाएँ उपलब्ध कराई गईं।7. एआई का उपयोग – स्मार्ट प्रशासन की ओर अग्रसर*सरकारी नोट्स, रिपोर्ट, प्रस्तुतियाँ और दस्तावेज़ विश्लेषण के लिए चैटजीपीटी, नोटबुकएलएम, कैनवा, गामा और मायका ऐप का उपयोग करके सरकारी काम को तेज़ और अधिक प्रभावी बनाया गया।8. जिला परिषद सौंदर्यीकरणजिला परिषद भवन में सफाई, रंग-रोगन, आगंतुक कक्ष, हिरकणी कक्ष और सूचना कियोस्क की स्थापना करके नागरिकों को सुगम सेवाएँ प्रदान करने के प्रयास किए गए।
दापुरमाल के विकास कार्य प्रत्यक्ष रूप से शुरू; सड़कों, झोपड़ियों, जलापूर्ति और स्कूलों के निर्माण में तेजीशाहपुर तहसील ग्राम पंचायत अजनुप के अंतर्गत आने वाले सुदूर क्षेत्र दापुरमाल में विभिन्न विकास कार्यों में तेजी लाई गई।दापुरमाल में शुरू हुए प्रमुख कार्य:सड़कें: वन विभाग के सहयोग से दापुरमाल तक लगभग 5 किलोमीटर लंबी सड़क का काम शुरू हो गया है।•झोपड़ियाँ: कुल 33 स्वीकृत झोपड़ियों का निर्माण शुरू हो गया है, सीएसआर निधि से विशेष सहायता प्राप्त हुई है।जल आपूर्ति: अजनुप गाँव से लिफ्टिंग के माध्यम से दो चरणों में जलापूर्ति योजना लागू की गई।स्कूल और आँगनवाड़ी: सामग्री का परिवहन पूरा होने के बाद प्रत्यक्ष रूप से निर्माण शुरू हो गया है।
कार्य को मान्यतारोहन घुगे की मिशन दीपस्तंभ पहल को छात्रों की गुणवत्ता में सुधार के लिए ‘स्कॉच अवार्ड’ मिला है।इसके अलावा, वर्धा जिले में कुपोषण मुक्त गाँव, पीएम विश्वकर्मा, कृषि और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई सफल परियोजनाएँ उनके नेतृत्व में क्रियान्वित की गईं।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा
