

रामगढ़, 7 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । राष्ट्रीय फ्लोरोसिस नियंत्रण कार्यकम के अन्तर्गत मंगलवार को सिविल सर्जन डॉ महालक्ष्मी प्रसाद, डॉ तुलिका रानी, जिला नोडल पदाधिकारी के संयुक्त नेतृत्व में मध्य विद्यालय, सिरका में जांच शिविर लगाया गया।
शिविर में विद्यालय के पानी के सैंपल में भी फ्लोराईड की जांच की गयी। शिविर में कुल 135 बच्चों की जांच डॉक्टर पल्लवी कौशल और लता कच्छप नेे की।
जांच के बाद कुल 34 बच्चों में लक्षण पाए जाने पर उनके पेशाब का सैंपल लेकर लैब टेक्नीशियन ने जांच के बाद 22 बच्चों में इस बिमारी की पुष्टि की। शिविर में जांच के साथ-साथ फ्लोरोसिस बीमारी से संबंधित जानकारी भी बच्चों और स्कुल के कर्मियों को दी गई। डॉक्टर पल्लवी कौशल ने बताया कि फ्लोरोसिस बीमारी पीने के पानी में अधिक मात्रा में पाये जाने वाले फ्लोराइड तत्व के कारण होती है।
साथ ही सेंधा नमक, काला नमक, लाल चाय के सेवन से भी बीमारी की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने यह भी बताया कि सभी को अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां, खट्टे फल जैसे- संतरा, निबू, आंवला और दूध से बने पदार्थ खाने की सलाह दी। इससे शरीर में फ्लोराइड इक्टठा नहीं होता है। उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में कोई भी अपने पीने के पानी और पेशाब में फ्लोरोसिस बीमारी की जांच निःशुल्क करा सकता है।
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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश
