Jammu & Kashmir

स्वामी रामस्वरूप जी द्वारा आयोजित तीन दिवसीय यज्ञ का हुआ भव्य समापन, वैदिक शिक्षाओं से हजारों भक्त हुए प्रेरित

The three-day yagna organized by Swami Ramswaroop Ji concluded with great pomp; thousands of devotees were inspired by Vedic teachings.

कठुआ, 07 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । विधायक राजीव जसरोटिया के निवास पर प्रसिद्ध योगाचार्य और वेद मंदिर योल कैंप के संस्थापक अध्यक्ष स्वामी रामस्वरूप जी के नेतृत्व में आयोजित तीन दिवसीय यज्ञ का बड़े उत्साह और उमंग के साथ समापन हुआ। यज्ञ के अंतिम दिन हजारों भक्तों ने भाग लिया और उसके बाद भव्य लंगर का आयोजन हुआ।

तीन दिवसीय यज्ञ में स्वामी जी की शिक्षाओं ने हजारों लोगों को जीवन के प्रति एक नया दृष्टिकोण दिया। स्वामी रामस्वरूप जी ने प्रेरक आध्यात्मिक प्रवचन दिए और आधुनिक समय में वैदिक शिक्षाओं की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। यज्ञ का समापन भव्य उत्साह और भक्ति के साथ हुआ। भक्तों, विशेषकर युवाओं को दिए गए संदेश में स्वामी रामस्वरूपजी ने आधुनिक समय में वैदिक शिक्षाओं के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि वेद प्रकृति और समाज के साथ सामंजस्य बिठाकर जीवन जीने का ढाँचा प्रदान करते हैं। आइए, हम वेदों के सिद्धांतों का पालन करें और एक अधिक शांतिपूर्ण एवं समृद्ध विश्व के निर्माण की दिशा में कार्य करें। स्वामी रामस्वरूपजी ने सनातन धर्म और आधुनिक समय में इसकी प्रासंगिकता पर अपने ज्ञानवर्धक प्रवचनों से भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। ये शिक्षाएँ उन युवाओं के लिए विशेष रूप से प्रभावशाली थीं, जो जीवन में अर्थ और उद्देश्य खोज रहे हैं। स्वामी जी के सनातन धर्म पर प्रवचन वेदों और उपनिषदों पर आधारित थे और प्राचीन भारतीय दर्शन की गहरी समझ प्रदान करते थे। स्वामी जी के प्रवचनों से भक्तगण गहराई से प्रभावित हुए और कई लोगों ने शांति और सुकून का अनुभव किया।

वहीं तीन दिवसीय यज्ञ के समापन के अवसर पर विधायक राजीव जसरोटिया ने कहा कि आज हमने एक पवित्र यज्ञ का समापन किया है जिसने हमें ईश्वर और एक-दूसरे के करीब ला दिया है। मैं स्वामी रामस्वरूपजी को अपनी उपस्थिति से हमारे घर को सुशोभित करने और अपने ज्ञान को हमारे साथ साझा करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूँ। इसी बीच विधायक ने उन हजारों भक्तों का भी धन्यवाद किया जिन्होंने यज्ञ में भाग लिया। जसरोटिया ने आगे कहा कि स्वामी जी ने जो वैदिक शिक्षाएँ हमें दीं, वे हमें याद दिलाती हैं कि हम एक विशाल ब्रह्मांड का हिस्सा हैं और हमारे कार्यों के परिणाम होते हैं। आइए हम प्रकृति और समाज के साथ सामंजस्य बिठाने का प्रयास करें और एक अधिक शांतिपूर्ण और समृद्ध विश्व बनाने की दिशा में काम करें।

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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया

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