
भोपाल, 07 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय भोपाल के नवीन कांफ्रेंस हॉल में समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक में प्रदेश के सभी जोनल आईजी, डीआईजी, एसपी और विभिन्न शाखाओं के प्रमुख अधिकारी शामिल रहे। बैठक का उद्देश्य प्रदेश की कानून-व्यवस्था, अपराध नियंत्रण, स्टाफ प्रबंधन और प्रशासनिक सुधारों की विस्तृत समीक्षा करना था।
बैठक में डीजीपी कैलाश मकवाणा ने कहा कि पुलिस संगठन की कार्यशैली में निरंतर सुधार एवं अपग्रेडेशन समय की आवश्यकता है।
उन्होंने यह स्पष्ट किया कि कानून-व्यवस्था केवल अपराध नियंत्रण तक सीमित नहीं है, बल्कि पुलिस की जिम्मेदारी समाज में शांति, विश्वास और सुरक्षा का वातावरण बनाए रखना भी है। उन्होंने वीवीआईपी कार्यक्रमों के दौरान पूर्ण सतर्कता बनाए रखने, संवेदनशील मामलों में तत्काल और निष्पक्ष कार्रवाई करने तथा साइबर अपराध, नक्सल गतिविधियों और नशीले पदार्थों के नेटवर्क के विरुद्ध ठोस कार्रवाई करने पर विशेष बल दिया। उनका कहना था कि इन क्षेत्रों में योजनाबद्ध और लक्षित रणनीति अपनाई जाए, ताकि अपराध पर प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि अच्छे कार्यों की सराहना की जाए और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को तत्काल पुरस्कृत किया जाए।
विभाग में रिक्त पदों की पूर्ति हेतु 8500 पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की जा चुकी है। नक्सल समस्या उन्मूलन की दिशा में अच्छी कार्यवाही की गई है।
सायबर अपराध, मादक पदार्थ, सड़क सुरक्षा बड़ी चुनौती है।
महिला अपराध सुरक्षा, सोशल मीडिया प्लेटफार्म के संबंध में गंभीरता बरतने के निर्देश दिए गए।
बैठक में पुलिस व्यवस्था को व्यवसायिक रूप से ओर अधिक दक्ष बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। स्टाफ ऑडिट की प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने और फोर्स के प्रभावी उपयोग को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने सिंहस्थ 2028 जैसे बड़े धार्मिक आयोजन की तैयारियों को अभी से प्रारंभ करने पर बल दिया गया, ताकि भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा और यातायात नियंत्रण जैसे पहलुओं पर पहले से मजबूत रणनीति बनाई जा सके।
डीजीपी ने कहा कि अनुशासन, व्यवहारिक संतुलन और प्रोफेशनलिज्म पुलिस कार्य का आधार होना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि थाना स्तर पर आम जनता से संवाद करते समय संयम, धैर्य और संवेदनशीलता प्रदर्शित करने के साथ ही त्वरित कार्यवाही की जाए। इसके माध्यम से पुलिस का मानवीय चेहरा समाज के सामने आएगा और नागरिकों का विश्वास बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि स्टॉफ का रोटेशन समय पर किया जाए। उन्होंने सभी इकाइयों में स्ट्रेस मैनेजमेंट, माइक्रो बीट सिस्टम को लागू करने के निर्देश दिये।
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(Udaipur Kiran) / राजू विश्वकर्मा
