
श्रीनगर, 7 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा आयोजित कृत्रिम बुद्धिमत्ता के लिए पायथन पर पाँच दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन एनआईटी श्रीनगर में प्रभारी निदेशक (डीन आर एंड सी) प्रो. रूही नाज़ मीर ने किया।
इस कार्यक्रम में विभागाध्यक्षों, एसोसिएट डीन आर एंड सी, संकाय सदस्यों और प्रतिभागियों ने भाग लिया।
प्रोफेसर रूही नाज़ ने अपने संबोधन में कार्यशाला के आयोजन के लिए सूचना प्रौद्योगिकी विभाग को बधाई दी। उन्होंने आज की दुनिया में कृत्रिम बुद्धिमत्ता की बढ़ती भूमिका पर प्रकाश डाला और एआई अनुप्रयोगों के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में पायथन के महत्व पर ज़ोर दिया।
उन्होंने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता स्वास्थ्य सेवा से लेकर वित्त तक हर क्षेत्र में बदलाव ला रही है। पायथन कौशल हमारे छात्रों को इस तेज़ी से विकसित हो रहे क्षेत्र में नवाचार और उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए एक मज़बूत आधार प्रदान करेगा। डॉ. रूही नाज़ ने छात्रों को एआई-संचालित नवाचार के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए अपने कौशल को निरंतर अद्यतन करने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
एनआईटी श्रीनगर के रजिस्ट्रार प्रो. अतीकुर रहमान ने अपने संदेश में कहा कि इस तरह की कार्यशालाएँ न केवल तकनीकी ज्ञान को बढ़ाती हैं बल्कि छात्रों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों के लिए भी तैयार करती हैं। उन्होंने कहा कि हम नवाचार और सीखने को बढ़ावा देने वाली पहलों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सूचना प्रौद्योगिकी विभागाध्यक्ष डॉ. शब्बीर अहमद सोफी ने विविध शैक्षणिक पृष्ठभूमि के छात्रों की भारी भागीदारी की सराहना की। उन्होंने प्रतिस्पर्धी वैश्विक परिवेश में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल से छात्रों को लैस करने में ऐसी कार्यशालाओं के महत्व पर बल दिया।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
