
गुवाहाटी, 07 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा द्वारा मंगलवार को खानापाड़ा स्थित वेटनरी कॉलेज खेल मैदान में ‘अरुणोदय 3.0’ का औपचारिक शुभारंभ किए जाने के साथ ही असम में महिला सशक्तिकरण की प्रक्रिया ने एक नया आयाम प्राप्त किया। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण पूरे राज्य के 25 हजार से अधिक बूथों में किया गया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप सैकिया ने कछार जिले के सिलचर विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर 58 से कार्यक्रम में भाग लिया।
इस अवसर पर अध्यक्ष सैकिया ने कहा कि यह योजना असम की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने की दिशा में सबसे महत्वपूर्ण पहलों में से एक है। उन्होंने कहा कि अरुणोदय न केवल आर्थिक सहायता का माध्यम है, बल्कि यह महिलाओं में आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता का भाव जगाने वाला आंदोलन है।
भाजपा प्रवक्ता किशोर कुमार भट्टाचार्य ने एक बयान में कहा कि समाज की आधी आबादी महिलाओं की है और किसी भी राज्य का समग्र विकास तब तक संभव नहीं जब तक इस आधे हिस्से को सशक्त न किया जाए। उन्होंने कहा, “परंपरागत रूप से हमारा सामाजिक ढांचा महिलाओं को गृहणी की भूमिका तक सीमित रखता आया है, जिससे वे परिवार के कमाने वाले पुरुष सदस्यों पर निर्भर रहीं और घरेलू निर्णयों में उनकी स्वतंत्रता सीमित रही। यह सोच एक आधुनिक और प्रगतिशील समाज के आदर्शों के विपरीत है।”
उन्होंने कहा कि समाजशास्त्रियों ने भी माना है कि किसी समाज का वास्तविक विकास तभी संभव है जब महिलाओं को समान अधिकार और अवसर मिलें। अरुणोदय योजना इसी दिशा में एक सार्थक कदम है, जो महिलाओं को परिवार और समुदाय के विकास में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करती है।
भट्टाचार्य ने कहा कि पंचायत राज व्यवस्था में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी से राज्य में सकारात्मक बदलाव पहले से दिख रहे हैं। उसी प्रकार, अरुणोदय योजना महिलाओं में बचत की आदत, घर की बेहतर व्यवस्था और भविष्य की सुरक्षा के प्रति जागरूकता को बढ़ावा दे रही है।
उन्होंने कहा कि अरुणोदय से मिलने वाली वित्तीय सहायता सिर्फ आर्थिक सहयोग नहीं, बल्कि साहस और आत्मविश्वास का प्रतीक है, जो महिलाओं को पारंपरिक बंधनों से मुक्त होकर आत्मनिर्भर जीवन की ओर प्रेरित करती है। कुछ लोग इस योजना को केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से देखते हैं, लेकिन इसका गहरा उद्देश्य महिलाओं को समाज के हर क्षेत्र में समान भागीदार बनाना है।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार भाजपा की ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना ने पूरे देश में लैंगिक समानता की दिशा में सकारात्मक परिवर्तन लाया, उसी तरह असम सरकार ने भी ‘अरुणोदय’ के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भरता और आत्मसम्मान की नई दिशा देने का साहसिक कदम उठाया है।
उल्लेखनीय है कि ‘अरुणोदय 3.0’ योजना पर लगभग ₹410 करोड़ रुपये का व्यय होगा और इसके तहत राज्यभर में 38 लाख से अधिक परिवारों को लाभ मिलेगा। इस योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी परिवार को हर माह की 10 तारीख तक डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से आर्थिक सहायता प्राप्त होगी।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
