शिमला, 7 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । दीपावली और त्योहारी मौसम में जहां प्रदेश के अन्य कर्मचारी वेतन और बोनस का लाभ उठा रहे हैं, वहीं हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के कर्मचारी अब भी वेतन के इंतजार में हैं। निगम के चालक, परिचालक और अन्य कर्मचारी वेतन न मिलने से बेहद परेशान हैं। हालात यह हैं कि सैकड़ों कर्मचारियों की बैंक किश्तें बाउंस हो गई हैं। इससे उनका आर्थिक संकट और बढ़ गया है।
वेतन में हो रही देरी को लेकर अब हिमाचल परिवहन मजदूर संघ ने प्रदेश सरकार और निगम प्रबंधन को सख्त चेतावनी दी है। भारतीय परिवहन मजदूर महासंघ के उपाध्यक्ष सुभाष वर्मा, हिमाचल परिवहन मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्यार सिंह ठाकुर, कार्यकारी अध्यक्ष मेहर चंद कश्यप, राजन वर्मा और महामंत्री हरीश कुमार पाराशर सहित अन्य पदाधिकारियों ने शिमला में निगम प्रबंध निदेशक से मुलाकात कर कर्मचारियों की समस्याएं रखीं।
संघ नेताओं ने कहा कि यह कैसी दिवाली होगी जब परिवहन कर्मचारियों के घरों में अंधेरा है। उन्होंने कहा कि जब राज्य के अन्य कर्मचारियों को समय पर वेतन और एरियर मिल रहा है, तो एचआरटीसी कर्मचारियों के साथ यह भेदभाव क्यों किया जा रहा है।
संघ पदाधिकारियों ने दो टूक कहा कि यदि जल्द ही वेतन, पेंशन, एरियर, ओवरटाइम और कार्यशालाओं की बदहाल स्थिति पर ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो संगठन आंदोलन के लिए बाध्य होगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार और निगम प्रबंधन की होगी।
संघ नेताओं ने बताया कि वर्ष 2016 के एरियर की 50 हजार रुपये की किस्त अन्य विभागों के कर्मचारियों को मिल चुकी है, लेकिन एचआरटीसी कर्मियों को अब तक यह लाभ नहीं मिला। इसके अलावा ड्राइवर और कंडक्टर वर्ग का करीब 60 माह का नाइट ओवरटाइम और भत्ता भी लंबित है।
पेंशनरों की स्थिति भी दयनीय बताई जा रही है। पिछले दो महीनों से पेंशन न मिलने के कारण सेवानिवृत्त कर्मचारी दवा-इलाज और रोजमर्रा की जरूरतों को लेकर परेशान हैं। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो पेंशनर संगठन भी आंदोलन में उनका साथ देगा।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
