
बीकानेर, 7 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के विभिन्न कृषि विज्ञान केन्द्रों, क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्रों तथा किसानों की सहभागिता से किए जा रहे बीज उत्पादन की समीक्षा बैठक मंगलवार को एनएसपी सभागार में आयोजित हुई।
बैठक में रबी 2024-25 के बीज उत्पादन की प्रगति, आगामी सीजन के लक्ष्य, एक्शन प्लान पर विस्तार से चर्चा करते हुए इस संबंध में आ रही विभिन्न समस्याओं के समाधान पर विचार विमर्श किया गया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो अखिल रंजन गर्ग ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादन विश्वविद्यालय की प्राथमिकताओं में हों। किसानों की मांग के अनुरूप पर्याप्त बीज उत्पादन किया जाए। बीजों की गुणवत्ता पर भी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक विशेष ध्यान देते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि बीज उत्पादन प्रक्रिया में किसी भी स्तर पर कोताही नहीं हो। गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन से किसानों का विश्वविद्यालय के प्रति विश्वास और सुदृढ़ हो सकेगा, साथ ही किसान विश्वविद्यालय के साथ सक्रिय रूप से जुडकर तकनीकी रूप से भी लाभान्वित हो सकेंगे।
बैठक में रबी 2024-25 की प्रगति रिपोर्ट पर चर्चा करते हुए अनुसंधान निदेशक डॉ विजय प्रकाश ने कहा कि सीड प्रोडक्शन में गुणवत्ता के साथ मात्रात्मक बढ़ोतरी की भी आवश्यकता है। कृषि विज्ञान केंद्रों पर उत्पादित बीज का उठाव सुनिश्चित हों इसके लिए समन्वित प्रयास किए जाएं। विश्वविद्यालय वैज्ञानिक उपलब्ध संसाधनों का समुचित प्रयोग करते हुए बीज उत्पादन के लिए काम करें।सभी केवीके तथा एआरएस अपने लक्ष्य हासिल करने में गंभीरता रखें और कमियों को दूर करने की दिशा में विशेष ध्यान दें। किसानों के लिए प्री सीजनल रबी एडवाइजरी जारी की जाए। कृषि तथा पशुपालन वैज्ञानिक संबंधित विभागों के साथ समन्वय करते हुए किसानों को तकनीकी मार्गदर्शन दें। केवीके प्रगतिशील किसानों के साथ जुड़ें तथा स्थानीय किसानों को सही समय तथा निर्धारित दर पर बीज मिले यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने बीज उत्पादन कार्यक्रम की समुचित मानिटरिग करने की बात कही।
प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ नीना सरीन ने कहा कि किसानों तक तकनीक और अच्छा बीज पहुंचने में केवीके की भूमिका महत्वपूर्ण है। सभी संबंधित एजेंसियां अतिरिक्त समन्वय से कार्य करें। इससे पहले राष्ट्रीय बीज परियोजना के एडीआर ए के शर्मा ने विभिन्न कृषि विज्ञान केंद्रों के बीज उत्पादन और लक्ष्य की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने आगामी लक्ष्यों के संबंध में प्रतिवेदन भी सदन के समक्ष पेश किया।
बैठक में कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ पी के यादव सहित डॉ एन के शर्मा, डॉ वीर सिंह, डॉ एच एल देशवाल, डॉ आर एस राठौड़, अन्य डीन डायरेक्टर्स , कृषि विज्ञान केंद्रों के प्रभारी व अधिकारी उपस्थित रहे। डॉ जे के तिवाड़ी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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(Udaipur Kiran) / राजीव
