
राजगढ़, 7 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश में अतिवृष्टि और पीला मोजेक से सोयाबीन की फसल नष्ट होने पर मंगलवार को सैकड़ों किसानों ने ब्यावरा-सुठालिया मार्ग पर ग्राम निवानिया-तलावली जोड़ पर एकत्रित होकर चक्काजाम कर दिया। किसानों ने बीमा राशि और मुआवजा की मांग को लेकर कलेक्टर डाॅ.गिरीशकुमार मिश्रा के नाम तहसीलदार दौलजी राम अहिरवार को ज्ञापन सौंपा,जिसमें चेतावनी देते हुए कहा गया है कि दस दिन में मुआवजा नही दिया गया तो जिलेभर के किसान आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। प्रशासन और पुलिस अफसरों के आश्वासन के बाद किसान माने और चक्काजाम से हटे।
अतिवृष्टि और पीला मोजेक से सोयाबीन की फसल नष्ट होने पर ब्यावरा-सुठालिया मार्ग स्थित ग्राम निवानिया-तलावली जोड़ के समीप आसपास के गांव के सैंकड़ों किसान एकत्रित हुए और नारेबाजी कर चक्काजाम कर दिया। प्रदर्शन के दौरान निवानिया, बरखेड़ा, तलावली, तलेनी, सेमली, धानियाखेड़ी, जेपला, बैलास और भगोरा सहित अन्य गांवों के सैकड़ों किसान शामिल रहे। ज्ञापन में किसानों ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि फसल नष्ट होने पर अन्य जिलों में किसानों को मुआवजा दिया गया है,लेकिन फसल नष्ट होने के बावजूद राजगढ़ जिले के किसानों को इससे वंचित रखा गया है।
किसानों का कहना है कि इस साल प्रति बीघा जमीन से मात्र 40 किलो से लेकर एक क्विंटल तक की पैदावार हुई है, इसके बावजूद अब तक न तो कोई राहत राशि मिली और न ही फसल बीमा का क्लेम। किसानों ने चेतावनी दी है कि दस दिवस के भीतर कोई कार्रवाई नही हुई तो जिले भर के किसान एकजुट होकर आंदोलन और चक्काजाम करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी। प्रदर्शन के दौरान किसान संघ संयोजक महेश सौंधिया, महेन्द्र यादव, लखन यादव, हिन्दूसिंह यादव, दिनेश पंवार, रोहित शर्मा, रामबाबू, दिनेश मेहर, प्रकाश सहित अन्य किसान व ग्रामीणजन मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / मनोज पाठक
