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कांशीराम के प्रति सपा-कांग्रेस का रवैया हमेशा द्वेषपूर्ण रहा : मायावती

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लखनऊ, 7 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बसपा के संस्थापक कांशीराम के प्रति इन दोनों दलों का रवैया हमेशा घोर जातिवादी एवं द्वेषपूर्ण रहा है।

मायावती ने मंगलवार को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट में लिखा​ कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के मिशनरी को नई गति देने वाले बसपा के संस्थापक कांशीराम को लेकर सपा और कांग्रेस का रवैया शुरू से ही जातिवादी एवं द्वेषपूर्ण रहा है। 09 अक्टूबर को कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पर सपा की ओर से संगोष्ठी और कार्यक्रम करने की घोषणा मात्र घोर छलावा है। लोगों को स्पष्टतः इनके मुंह में राम बगल में छुरी की कहावत को चरितार्थ करने वाला ज्यादा लगता है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सपा ने ना केवल कांशीराम के जीते-जी उनके पार्टी के साथ दगा करके उनके मूवमेन्ट को उत्तर प्रदेश में कमजोर करने की लगातार कोशिशें कीं हैं। बसपा सरकार में 17 अप्रैल 2008 में कासगंज को जिला मुख्यालय का दर्जा देकर कांशीराम नगर के नाम से बनाये गये नये जिला के नाम को भी जातिवादी सोच व राजनीतिक द्वेष के कारण बदल दिया। इसके अलावा बसपा सरकार में कांशीराम के नाम से जो विश्वविद्यालय, काॅलेज, अस्पताल व अन्य संस्थाए बनाये गये थे, उनके नाम भी सपा सरकार में बदल दिए गए। ऐसा करना सपा की घोर दलित विरोधी चाल, चरित्र व चेहरा नहीं तो और क्या है?

मायावती ने आगे कहा कि कांशीराम के देहांत पर सपा सरकार ने यूपी में एक दिन का भी राजकीय शोक घोषित नहीं कियाा। इसी प्रकार कांग्रेस की तब केन्द्र में रही सरकार ने भी उनके देहान्त पर एक दिन का भी राष्ट्रीय शोक घोषित नहीं किया था। लेकिन संकीर्ण राजनीति व वोटों के स्वार्थ की खातिर सपा व कांग्रेस समय-समय पर बाबा साहेब और कांशीराम का नाम लेती है। इस प्रकार की गलत जातिवादी व संकीर्ण सोच वाली सपा, कांग्रेस आदि पार्टियों से लोगों को जरूर सजग और सावधान रहना होगा।

उल्लेखनीय है कि बसपा 09 अक्टूबर को भव्य रैली निकालने जा रही है। पार्टी की ओर से पूरी रुपरेखा तैयार कर इसकी तैयारियां तेज कर दी गयी है।

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(Udaipur Kiran) / दीपक

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