Haryana

पलवल:मंडी में बहा किसानों का ‘सोना’, बारिश ने चौपट की मेहनत

पलवल, 7 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । तपती धूप और चिलचिलाती गर्मी में महीनों की जी-तोड़ मेहनत के बाद जब किसानों ने अपने खेतों से धान की फसल काटकर मंडी तक पहुंचाई, तो उन्हें उम्मीद थी कि अब उनकी मेहनत रंग लाएगी। लेकिन बीती रात हुई तेज बारिश ने किसानों का “सोना” कहे जाने वाला धान नालियों में बहा दिया। कई क्विंटल धान गीला हो गया, जिसकी कीमत आधी रह गई, जबकि कुछ पूरी तरह बर्बाद हो गया।

किसानों का आरोप है कि मंडी में मौजूद आढ़तियों ने धान को सुरक्षित रखने की कोई उचित व्यवस्था नहीं की। उन्होंने धान को गड्ढों में उतरवा दिया, जिससे बारिश का पानी जमा हो गया और करीब 10 से 15 प्रतिशत धान पानी में बह गया। किसानों ने बताया कि उनकी मेहनत पर पानी फिर गया, लेकिन प्रशासन और आढ़तियों को इसकी कोई चिंता नहीं है। पलवल अनाज मंडी के सुपरवाइजर बलवंत का कहना है कि जितना धान मंडी में आया था, उसमें से अधिकांश कवर्ड शेड में सुरक्षित रखा गया है। सरकारी खरीद एजेंसियों ने लगभग 115 क्विंटल धान खरीदा है, जिसे साथ ही साथ उठवा लिया गया। कवर्ड शेड में रखा धान पूरी तरह सुरक्षित है। केवल कुछ पक्के फड़ों पर रखा धान बारिश से गीला हुआ है, जो सूखने के बाद उपयोग योग्य रहेगा।

दूसरी तरफ किसानों का कहना है कि सच्चाई इससे अलग है। मंडी के खुले हिस्सों में रखा धान पानी में डूब गया, जिससे कई किसानों को भारी नुकसान हुआ है। उनका कहना है कि मेहनत का फल मिलने से पहले ही बारिश ने सब कुछ मिट्टी में मिला दिया। किसान सतीश ने कहा कि, “हमने तीन-चार महीने तक दिन-रात मेहनत की, फसल की रखवाली की। पर मंडी में कोई सुरक्षा नहीं थी। अब हमारा धान नालियों में बह गया। नुकसान की भरपाई कौन करेगा।

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(Udaipur Kiran) / गुरुदत्त गर्ग

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