
महर्षि वाल्मीकि जी के प्रकट उत्सव पर जिला स्तरीय
कार्यक्रम आयोजित
हिसार, 7 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । संत महापुरुष सम्मान
एवं विचार प्रचार प्रसार योजना के तहत महर्षि वाल्मीकि जी के प्रकट उत्सव पर लघु सचिवालय
परिसर में मंगलवार को जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कैबिनेट
मंत्री रणबीर सिंह गंगवा मुख्य अतिथि रहे जबकि हिसार की विधायक सावित्री जिंदल, विधायक
रणधीर पनिहार, पूर्व मंत्री डॉ. कमल गुप्ता व मेयर प्रवीण पोपली विशिष्ट अतिथि के रूप
में शामिल हुए।
कैबिनेट मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने मंगलवार काे अपने संबोधन
में कहा कि श्री राम कथा की रचना करने वाले आदि कवि महर्षि वाल्मीकि जी ने मानव समाज
को भगवान श्रीराम की दिव्य कथा का अमूल्य उपहार दिया। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि जी
वेदों के ज्ञाता, ब्रह्म ज्ञानी तथा मानवता में करुणा, दया और समानता के प्रतीक थे।
उनके आदर्शों और शिक्षाओं से प्रेरणा लेते हुए राज्य सरकार समाज के हर वर्ग के उत्थान
के लिए निरंतर कार्य कर रही है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार महर्षि वाल्मीकि
जी, संत कबीर दास जी, संत रविदास जी और बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी जैसे महापुरुषों
के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए राज्य स्तर पर जयंती समारोह धूमधाम से मना
रही है। इसके तहत हरियाणा सरकार द्वारा संत महापुरुष सम्मान एवं विचार प्रसार योजना
चलाई जा रही है। इस परंपरा के शुरू होने से सामाजिक समरसता और महान संतों की गौरव गाथा
को जन-जन तक पहुंचाने का सफल प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वंचितों को मुख्यधारा
से जोड़ना ही महर्षि वाल्मीकि जी को सच्ची श्रद्धांजलि है।
हिसार की विधायक सावित्री जिंदल ने महर्षि वाल्मीकि
जी के प्रकट दिवस पर आयोजित समारोह में कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी ने मानवता को मर्यादा,
समानता और करुणा का संदेश दिया। वे आदि कवि, महान ऋषि और सत्य के साधक थे, जिन्होंने
श्री राम कथा के माध्यम से समाज को आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा दी।
नलवा विधायक रणधीर पनिहार ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि
जी ने अपने ज्ञान, कर्म और आचरण से समाज को मर्यादा, समानता और सदाचार का संदेश दिया।
उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी ने यह सिखाया कि कोई भी व्यक्ति अपने परिश्रम और
सत्य के मार्ग पर चलकर महानता प्राप्त कर सकता है। उनके आदर्श आज भी समाज में प्रेरणा
का स्रोत हैं।
पूर्व मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने अपने संबोधन में
कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी भारतीय संस्कृति के प्रतीक हैं, जिन्होंने अपने जीवन से
यह दिखाया कि हर व्यक्ति में परिवर्तन और ज्ञान प्राप्त करने की क्षमता होती है। उन्होंने
कहा कि वाल्मीकि जी ने रामायण जैसी महान रचना के माध्यम से सत्य, धर्म और कर्तव्यनिष्ठा
का मार्ग दिखाया। कार्यक्रम
के दौरान हरियाणा रत्न से सम्मानित प्रसिद्घ गायक रामचंद्र बबल तथा सूचना, जनसंपर्क
एवं भाषा विभाग के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से भगवान वाल्मीकी की शिक्षाओं
पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्घा,
नगराधीश हरिराम, एचसीएस हरबीर सिंह, आबकारी एवं कराधान विभाग के संयुक्त आयुक्त कृष्ण
कुमार, पार्षद राजेंद्र बिडलान, संजीव रेवड़ी, सुरेश गोयल धुपवाला, कुलदीप कांगड़ा,
चमनलाल बागड़ी, बलराज सिंह, कुलदीप कांगड़ा, संजय लोट, पूर्व प्रधान रतन बडग़ुज्जर,
बृजमोहन पंवार, जमना सिंह चौहान, सरपंच राजबीर, दीपक वाल्मीकी, देशराज बलियाली, ताराचंद
बलियाली, हरिनारायण, पंकज खटक, मदन चौहान, गणेश, विक्की टॉक, नरेश, गुलशन, बाबूलाल,
राजकुमार, सहित सामाजिक संगठनों के सदस्य तथा
भारी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
