Uttrakhand

गुरुकुल में खुला ज्ञान केंद्र, छात्रों को मिलेगा लाभ

गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय

हरिद्वार, 7 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सेंट्रली फंडेड इंस्टीट्यूशंस की सूची में शामिल है तथा जनपद हरिद्वार नीति आयोग की सूची में एस्पिरेशनल डिस्ट्रीक्ट है तथा प्राचीन समय से ही वैदिक तथा आधुनिक शिक्षा का केन्द्र रहा है ।

इसकी महत्ता को देखते हुए शिक्षा मंत्रालय तथा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, हैदराबाद के संयोजन से ग्लोबल इनिशिएटिव फॉर एकेडमिक नेटवर्क (ज्ञान) योजना के अंतर्गत ज्ञान केंद्र विश्वविद्यालय में खोला है। इस योजना में विश्वविद्यालय के शिक्षक अलग-अलग फेज में अधिकतम 40 पाठ्यक्रम के लिए आवेदन कर पाएंगे, जिसमें विश्व के किसी भी विश्वविद्यालय एवं संस्थान के शिक्षक को वाह्य विषय विशेषज्ञ के रूप में आमंत्रित किया जा सकेगा। ऐसा होने से गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में विश्व के उच्च कोटि के संस्थानों के साथ मिलकर कार्य कर सकेगा तथा विश्वविद्यालय की शिक्षकों को वहां पर जाकर कार्य करने का मौका मिलेगा।

इस योजना के अंतर्गत गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय एवं विश्व के अन्य उच्च स्तरीय शिक्षा तथा तकनीकी संस्थान साथ मिलकर कार्य कर सकेंगे। इसका सीधा लाभ विश्वविद्यालय में अध्ययन कर रहे छात्रों को प्राप्त होगा। इस केंद्र के अंतर्गत कराए जाने वाले कार्यक्रमों की समस्त वित्तीय सुविधा शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी।

इस योजना में पांच दिवसीय एवं 10 दिवसीय पाठ्यक्रम प्रारंभ किया जा सकेंगे, जिनको करने से छात्रों एवं शिक्षकों का ज्ञानवर्धन होगा तथा विदेशों में प्रयुक्त होने वाली विभिन्न तकनीकियों एवं गुणवत्ता परक शिक्षा का लाभ मिलेगा। वर्तमान में फैज 5 के अंतर्गत यह कार्यक्रम कराए जा रहे हैं। शिक्षा मंत्रालय के द्वारा विश्वविद्यालय के भेषज विज्ञान विभाग के शिक्षक डॉ विपिन कुमार को ज्ञान केन्द्र के अंतर्गत लोकल कोऑर्डिनेटर बनाया गया है। उन्होंने बताया कि इस योजना में विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा विभिन्न पाठ्यक्रमों को वित्तीय सहायता हेतु भेजा जा रहा है तथा अति शीघ्र ऐसे पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय में प्रारंभ किए जाएंगे।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर हेमलता के ने इस उपलब्धि के लिए समस्त शिक्षक एवं कर्मचारियों को बधाई दी। बताया कि इससे विश्वविद्यालय की ख्याति विश्व स्तर पर बढ़ेगी तथा शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार तथा विश्व के उच्च कोटि के संस्थानों के साथ विश्वविद्यालय को कार्य करने का मौका मिलेगा।

कुलसचिव प्रोफेसर विपुल शर्मा ने इस अवसर पर बधाई दी और कहा कि इस केंद्र के अंतर्गत आयोजित होने वाले कार्यक्रमों से नैक के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियां कराई जा सकेंगी जिसका प्रत्यक्ष लाभ विश्वविद्यालय को होगा।

(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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