
मथुरा, 06 अक्टूबर(Udaipur Kiran News) ।श्रीकृष्ण जन्मभूमि का परंपरागत शरद् महोत्सव आज सोमवार शरद पूर्णिमा पर श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के तत्वावधान में शरद् महोत्सव समिति के विशिष्ट सहयोग एवं अथक प्रयासों से बड़ी ही भव्यता एवं दिव्यता से मनाया गया।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि शरद पूर्णिमा के अवसर पर भगवान श्रीकेशवदेव मंदिर प्रांगण को चन्द्रलोक का स्वरूप प्रदान किया गया। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि भगवान चन्द्रमा में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। बड़ी संख्या में देश-विदेश से पधारे श्रद्धालु चन्द्रलोक में विराजमान भगवान श्रीकशवदेवज के दर्शन कर जय-जयकार कर उठे।
भगवान श्रीगिरिराज जी मंदिर प्रांगण को श्वेत धवल चाँदनी के समान श्वेत वस्त्र एवं प्रकाश से श्रीगोवर्धन धाम का स्वरूप प्रदान किया गया। ऐसी शरद् छटा में श्रीगिरिराज जी के छप्पनभोग के दर्शन कर भक्तजन अभिभूत हो उठे। शरद पूर्णिमा के प्रातःकाल से ही श्रद्धालु भक्तों को खीर महाप्रसाद, मालपुआ आदि भण्डारा प्रसाद वितरण किया। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने शरद पूर्णिमा के इस विशिष्ट प्रसाद को प्राप्त किया।
संयकाल 6 बजे श्रीकृष्ण जन्मभूमि के सिद्ध पवित्र लीलामंच पर आयोजित भजन संध्या से संपूर्ण परिसर को आनन्द में सराबोर कर दिया। सुप्रसिद्ध भजन गायिका सुश्री गुंजन तिवारी-गुनगुन तिवारी एवं श्री संदीप एवं उनके सहयोगी कलाकारों ने अपने रसमयी वाणी से भक्तों को आनन्द से सराबोर कर दिया। वृन्दावन से पधारे कलाकार श्रीकृष्ण जन्मभूमि के अति विशिष्ट श्रीकृष्ण चबूतरा पर उपस्थित भक्तों को प्रिया-प्रियतम की अत्यन्त मनोहारी लीला, महारास के दर्शन कराये। चन्द्रमा की धवल चाँदनी में श्रीकृष्ण चबूतरा पर आयोजित महारास साक्षात प्रिया-प्रियतम की कृपानुभूति करा रहा था।
संस्थान के सदस्य श्री गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर आयोजित शरद् पूर्णिमा महोत्सव निश्चित रूप से श्रीकृष्ण जन्मभूमि के गरिमा एवं सभी कृष्ण भक्तों की भावना के अनुरूप आयोजित हो रहा है और निरन्तर इसकी शोभा में वृद्धि हो रही है।
इस आयोजन को भव्य एवं भावमय बनाने के लिए श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के पदाधिकारी एवं शरद महोत्सव समिति के गौरव अग्रवाल सजावट वाले, कन्हैया लाल रंगवाले, गजानन साड़ी वाले, राहुल गोयल, प्रतीक शर्मा, अमित गुप्ता, अनिल भाई, पंकज अग्रवाल एवं बालमुकुंद अग्रवाल आदि सेवाभावीजन का विशिष्ट सहयोग रहा।
(Udaipur Kiran) / महेश कुमार
