
लातेहार, 6 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । जिला मुख्यालय में झारखंड जनाधिकार महासभा के तत्वावधान में वन अधिकार अधिनियम के तहत वन पट्टा की मांग को लेकर सैकड़ों ग्रामीणों अनिश्चितकालीन धरने की शुरूआत सोमवार को की।
जिला मुख्यालय के समाहरणालय के निकट पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सैकड़ों आदिवासी समुदाय के लोग पहुंचे और धरना पर बैठ गए।
धरना का नेतृत्व कर रहे वन अधिकार अधिनियम विशेषज्ञ धोती फादर और कन्हाई सिंह ने बताया कि लातेहार जिले में तीन हजार से अधिक वन अधिकार के व्यक्तिगत आवेदन और ढाई सौ से अधिक सामुदायिक आवेदन लंबित पड़े हुए हैं। प्रखंड से लेकर अनुमंडल और जिला स्तरीय वन अधिकार समिति की ओर से ग्रामीणों को वन पट्टा देने में लापरवाही बरती जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार भी इस मामले में कोई सकारात्मक पहल नहीं कर रही है। इससे अधिकारियों का हौसला और बढ़ गया है। वक्ताओं ने कहा कि जब तक प्रशासन सभी लंबित आवेदनों पर कार्रवाई नहीं करती है तब तक हमारा धरना जारी रहेगा।
समाचार लिखे जाने तक धरने में सैकडों महिला पुरुष धरना पर बैठे हुए थे। धरना के दौरान ग्रामीण अपने साथ यह लोग खाना बनाने का सामान भी लेकर आए हैं। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से धरना दे रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन ग्रामीण इस बात पर अड़े हुए हैं कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी, तब तक उनका धरना समाप्त नहीं होगा।
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(Udaipur Kiran) / राजीव कुमार
