
गुवाहाटी, 06 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । असम सरकार की महत्वाकांक्षी ‘अरुणोदय योजना’, जो वर्ष 2020 में शुरू की गई थी, आज समावेशी विकास और महिला-नेतृत्व वाले सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन का प्रतीक बन चुकी है। प्रारंभ में 850 रुपये की सहायता राशि से शुरू हुई यह योजना अब बढ़कर 1,250 रुपये प्रति परिवार तक पहुंच गई है, जो राज्य सरकार की प्रगतिशील कल्याणकारी नीतियों के प्रति गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
असम प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता डॉ. ज़फरीन मेहजबीन ने आज एक बयान में कहा है कि अरुणोदय योजना प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से महिला सशक्तिकरण का मॉडल बन गई है। उन्होंने कहा, “जहां पहले आर्थिक निर्भरता के कारण महिलाओं की आवाज़ सीमित थी, वहीं आज अरुणोदय ने उन्हें आत्मविश्वास, गरिमा और निर्णय लेने की शक्ति प्रदान की है। 38 लाख से अधिक महिलाएं आज राज्य के विकास की सक्रिय भागीदार बनी हैं।”
डॉ. मेहजबीन ने कहा कि कई लाभार्थी महिलाएं इस राशि का उपयोग स्वरोजगार और उत्पादन गतिविधियों में कर रही हैं, जिससे गांवों में एक मौन आर्थिक क्रांति देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि अवसरों का लोकतंत्रीकरण है।”
मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा 7 अक्टूबर को गुवाहाटी के खानापाड़ा स्थित वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड में ‘अरुणोदय 3.0’ का औपचारिक शुभारंभ करेंगे। योजना का नया चरण प्रत्येक पात्र परिवार तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए मतदान केंद्र स्तर पर लागू किया जाएगा। यह कार्यक्रम राज्यभर के 25,000 मतदान केंद्रों में एक साथ आयोजित होगा, जिसमें जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और पार्टी पदाधिकारी शामिल होंगे। भाजपा ने इसे “जनता के बीच सुशासन” की अवधारणा का प्रतीक बताया।
डॉ. मेहजबीन ने कहा कि अरुणोदय 3.0 केवल एक कल्याणकारी योजना नहीं, बल्कि सूक्ष्म स्तर पर आर्थिक संघवाद का दृष्टिकोण है, जो समाज की नैतिक और आर्थिक संरचना को मज़बूत बनाता है।
इससे पहले मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने जनता भवन, दिसपुर में एक और मानवीय पहल ‘श्रद्धांजलि योजना’ की शुरुआत की। इस योजना का उद्देश्य राज्य के बाहर निधन होने वाले असम के नागरिकों के पार्थिव शरीर को सम्मानपूर्वक असम लाना है। सरकार इस कार्य के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करेगी। परिवारजन सहायता हेतु हेल्पलाइन नंबर 91810-14888, 0361-2381511, 112 या पोर्टल sewasetu.assam.gov.in पर संपर्क कर सकते हैं।
डॉ. मेहजाबिन ने श्रद्धांजलि योजना को “संवेदनशील और करुणामय पहल” बताया, जो राज्य और उसके नागरिकों के बीच भावनात्मक संबंधों को और प्रगाढ़ बनाती है।
असम प्रदेश भाजपा ने अपने बयान में मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा के दूरदर्शी नेतृत्व और ‘आत्मनिर्भर असम’ के निर्माण के प्रति उनके अटूट समर्पण के लिए आभार व्यक्त किया है।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
