
मंडी, 06 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी की जिला कमेटी मंडी ने सोमवार को सेरी चादणी पर दलित समुदाय पर बढ़ते अत्याचारों के विरोध में धरना प्रदर्शन किया। इसके पश्चात उपायुक्त के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में दलित समुदाय पर बढ़ते अत्याचारों को देखना अत्यंत दुखद और पीड़ादायक है। किसी भी सभ्य समाज में इस तरह की अमानवीय व्यवहार की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
हाल ही में कुल्लू की सैंज घाटी, जांगला रोहडू और कुल्लू में हुए दशहरा उत्सव में घटी तीन घटनाओं की कड़ी शब्दों में निंदा करती है और जिस कारण माकपा सरकार को याद दिलाना चाहती है कि भारत के संविधान में इस तरह के बर्बर व्यवहार और कार्यों के लिए कोई स्थान नहीं है। इन सभी तरह की जातीय उत्पीड़न को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाना सरकार का संवैधानिक दायित्व है। कल्लू की सैंज घाटी में एक दलित महिला के साथ जंगल में बलात्कार किया गया और उसके शव को टुकड़ों में काटकर एक किल्टे में ले जाया गया ताकि इस जघन्य अपराध के सभी सबूत को नष्ट किया जा सके।
शिमला के चिड़गांव के जांगला में सिकंदर नाम के एक 12 वर्षीय दलित लड़के को एक ऊंची जाति की महिला के घर में घुसने पर अस्तबल में बंद कर दिया गया, और दंड स्वरूप बकरे की मांग की गई थी। इस अपमान और आघात के कारण इस बच्चे ने आत्महत्या कर ली। कुल्लू दशहरा उत्सव के दौरान एक अधिकारी को देव समाज के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में अपमानित किया गया और पीटा गया। इन तीन मामलों ने प्रदेश को स्तब्ध कर दिया है कि समाज का एक वर्ग अपने इन कृत्यों को उचित ठहरा रहा है या स्थानीयता की आड़ में सवर्ण समाज उन प्रासंगिक तथ्यों को दबाने की कोशिश कर रहा है, जिस पर जांच की आवश्यकता है। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी प्रदेश सरकार से अपेक्षा करती है कि वह पीड़ितों को न्याय दें और न्याय के लिए सभी संवैधानिक बाध्यताओं का पालन करें तथा कानून के अनुसार अपराध करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करें। इस अवसर पर राज्य कमेटी सदस्य सदर लोकल कमेटी सचिव सुरेश सरवाल, राज्य कमेटी सदस्य वीना वैद्य, जिला सचिवालय सदस्य राजेश शर्मा, जगमेल ठाकुर, रामजी दास, गोपेंद्र, रमेश गुलरिया, रीना, भावना, प्रवीण, सुरेंद्र कुमार इत्यादि ने हिस्सा लिया।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
