
गुवाहाटी, 06 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । असम के दिवंगत गायक जुबीन गर्ग की मौत की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) द्वारा सिंगापुर में मौजूद सहयोगियों को पूछताछ के लिए दी गई अंतिम समय सीमा सोमवार (06 अक्टूबर) को समाप्त हो गई, लेकिन अब तक कोई भी व्यक्ति जांच टीम के सामने पेश नहीं हुआ है।
कई बार नोटिस भेजने और अंतिम तिथि तय करने के बावजूद एसआईटी को अब तक किसी भी व्यक्ति की उपस्थिति नहीं मिली है। हालांकि, एक व्यक्ति ने 7 अक्टूबर को पहुंचाने की एसआईटी को जानकारी दी है।
जांच टीम ने उन सभी लोगों को समन भेजा था जो घटना के दौरान सिंगापुर में मौजूद बताए जा रहे हैं — जिनमें तन्मय फूकन, अभिमन्यु तालुकदार, देबोज्योति हजारिका, रूपकमल कलिता, सिद्धार्थ बोरा, परिक्षित शर्मा, सुदीप्त चटर्जी और बाजिद अहमद शामिल हैं। हालांकि, इनमें से किसी ने भी असम लौटने या जांच में सहयोग करने की इच्छा नहीं जताई है।
अधिकारियों ने बताया कि इन प्रमुख गवाहों का असहयोग जांच की पारदर्शिता और गति को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। कुछ लोगों ने “व्यक्तिगत कारणों” या “तकनीकी कठिनाइयों” का हवाला देकर अनुपस्थित रहने की बात कही है, जबकि कई ने कोई जवाब नहीं दिया है।
सीआईडी सूत्रों के अनुसार, एसआईटी अब आगे की कार्रवाई पर विचार कर रही है — जिसमें दोबारा समन जारी करना या कानूनी कदम उठाना शामिल हो सकता है। एक अधिकारी ने कहा, “इनकी उपस्थिति जांच की प्रगति के लिए बेहद जरूरी है।”
मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने पहले ही स्पष्ट किया था कि राज्य सरकार किसी को जबरन विदेश से वापस नहीं ला सकती। उन्होंने कहा था, “यह पूरी तरह उन्हीं पर निर्भर है। असम पुलिस सिंगापुर जाकर किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकती। हमें उनके अभिभावकों से बात कर उन्हें सहयोग के लिए प्रेरित करना होगा।”
मुख्यमंत्री ने यह भी चेतावनी दी थी कि यदि 6 अक्टूबर तक वे वापस नहीं लौटे तो सरकार सख्त कदम उठाएगी। “हम किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं करेंगे”
जुबीन गर्ग की रहस्यमयी मौत की जांच के लिए गठित एसआईटी अब कानूनी विकल्पों पर विचार कर रही है ताकि जांच में शामिल अहम गवाह सहयोग से पीछे न हटें।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
