
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । फर्जी स्टॉक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के जरिए निर्दोष नागरिकों को लुभाने वाले साइबर ठगों के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। बाहरी-उत्तरी जिला की साइबर थाना पुलिस ने गुजरात से दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपित ऑनलाइन निवेश घोटाले में शामिल थे, जिसमें ठगों द्वारा शेयर बाजार में उच्च लाभ का लालच देकर पीड़ितों को ठगा गया था। इस कार्रवाई से 11.20 लाख रुपये की ठगी का पर्दाफाश हुआ और डिजिटल साक्ष्य बरामद किए गए।
पुलिस उपायुक्त हरेश्वर स्वामी ने बताया कि 13 मई को एनसीआरपी पोर्टल पर एक शिकायत प्राप्त हुई थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि फेसबुक ग्रुप के जरिए फर्जी लाभ के स्क्रीनशॉट दिखाकर उन्हें ब्लिंकमैक्स नामक फर्जी ट्रेडिंग ऐप में निवेश करने के लिए प्रेरित किया गया। इसमें प्रतिदिन 5-10 प्रतिशत रिटर्न का वादा किया गया था। पुलिस ने मामला दर्ज आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम गठित की।
इस टीम ने तकनीकी निगरानी और वित्तीय विश्लेषण से दोनों आरोपित को ट्रैक कर लिया। उसी के आधार पर गुजरात के सबरकांठा जिले के गधा गांव में छापेमारी कर दोनों आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपित जाबिर हुसैन उर्फ उस्मानभाई (38) और माज अरोडिया उर्फ इकरामुल्लाह (30), दोनों गधा गांव, हिम्मतनगर, सबरकांठा, गुजरात के निवासी हैं। इनके कब्जे से दो मोबाइल फोन, एक पासबुक, दो डेबिट कार्ड और एक चेकबुक बरामद की गई।
पुलिस ने बताया कि आरोपित फर्जी ट्रेडिंग ऐप बनाकर सोशल मीडिया ग्रुपों के जरिए निवेशकों को लुभाते थे। भरोसा जीतने के बाद पीड़ितों को सहयोगियों के बैंक खातों में पैसे जमा करने के लिए प्रेरित करते थे। ठगी की राशि को कई खातों से लेयरिंग कर गुजरात और महाराष्ट्र के खातों में स्थानांतरित किया जाता था। जांच में तीन अन्य एनसीआरपी शिकायतें भी इससे जुड़ी पाई गईं, जो गुजरात और आसपास के राज्यों से संचालित अंतरराज्यीय साइबर अपराध नेटवर्क का खुलासा करती हैं।
साइबर पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि अज्ञात ऐप या सोशल मीडिया लिंक के जरिए अवास्तविक लाभ के वादे पर निवेश न करें। ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को हमेशा एसईबीआई-पंजीकृत ब्रोकरों से सत्यापित करें। संदिग्ध लिंक की शिकायत तुरंत 1930 पर कॉल करके करें।
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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी
