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मिस्र के साथ ट्रंप के प्रस्ताव पर शर्म अल शेख में आज हमास और इजराइल के बीच वार्ता

दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों के बीच लाल सागर के किनारे स्थित शहर शर्म अल शेख में बातचीत होनी है। यह शर्म अल शेख शहर ही है।

काहिरा, 06 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गाजा युद्धविराम के प्रस्ताव के लिए आज की तारीख (06 अक्टूबर) बेहद महत्वपूर्ण है। फिलिस्तीनी इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन (हमास) का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को शर्म अल शेख पहुंच चुका है। हमास और इजराइल दोनों पक्ष अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गाजा युद्धविराम योजना के पहले चरण के क्रियान्वयन पर बातचीत करेंगे।

शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, चर्चा के प्रमुख बिंदुओं में हमास और इजराइल के बीच कैदियों की अदला-बदली की व्यवस्था और हमास के हथियार सौंपने की प्रक्रिया शामिल होने की उम्मीद है। हमास के नेताओं से चर्चा के बाद मिस्र एक इजराइली प्रतिनिधिमंडल के साथ एक अलग बैठक करेगा। दोनों वार्ताओं के परिणाम मध्य पूर्व में अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर को उनके मिस्र पहुंचने पर बताए जाएंगे। मिस्र के विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की कि इजराइल और हमास के प्रतिनिधिमंडलों के बीच सोमवार को बातचीत होगी।

इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल मिस्र भेजा है। इजराइल के सामरिक मामलों के मंत्री और नेतन्याहू के करीबी सहयोगी रॉन डर्मर के नेतृत्व में यह प्रतिनिधिमंडल मिस्र के सिनाई प्रायद्वीप स्थित शर्म अल शेख में वार्ता करेगा। हमास और इजराइल लगभग 24 महीने से चल रहे युद्ध को समाप्त करने और गाजा में अभी भी बंधक बनाए गए 48 लोगों की रिहाई सुनिश्चित करने के अमेरिकी प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे। इस युद्ध में 67,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं। गाजा तबाह हो चुका है। गाजा पट्टी में अकाल पड़ा है।

इजराइल ने शनिवार को कहा कि उसने गाजा शहर पर कब्जा करने के लिए सभी सैन्य आक्रामक अभियान रोक दिए हैं और अपनी सेना को केवल रक्षात्मक अभियानों पर लगा दिया है। हालांकि, इससे पहले इजराइल के सैन्य प्रमुख इयाल जमीर ने उत्तरी गाजा पट्टी का दौरा किया और चेतावनी दी कि अगर आगामी अप्रत्यक्ष युद्धविराम वार्ता विफल हो जाती है तो सैन्य अभियान फिर से शुरू हो जाएंगे। जमीर ने नेत्जारिम कॉरिडोर के सबसे पश्चिमी बिंदु का दौरा किया। यह इजराइली सेना द्वारा उत्तरी और दक्षिणी गाजा को अलग करने के लिए स्थापित एक विभाजन रेखा है।

इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज़ ने भी चेतावनी दी कि अगर हमास ने गाजा पट्टी में बंधकों को रिहा करने से इनकार कर दिया, तो गाजा पर इजराइली हमला तेज हो जाएगा। कैट्ज ने यरुशलम में शहीद सैनिकों के सम्मान में आयोजित समारोह में कहा, यदि हमास बंधकों को रिहा करने से इनकार करता है तो आरपार का युद्ध होगा। कैट्ज ने कहा कि इजराइली की सेना गाजा शहर के मध्य में सक्रिय है और किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं।

इस बीच मिस्र, जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, तुर्की, सऊदी अरब और कतर ने रविवार को एक संयुक्त बयान जारी कर गाजा पट्टी में युद्ध समाप्त करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्तावित युद्धविराम योजना की दिशा में हमास के कदमों का स्वागत किया।

बयान के अनुसार, इन देशों के विदेशमंत्रियों ने गाजा में युद्ध समाप्त करने, सभी बंधकों, चाहे वे जीवित हों या मृत को रिहा करने और कार्यान्वयन तंत्र पर तत्काल बातचीत शुरू करने के ट्रंप के प्रस्ताव के संबंध में हमास द्वारा उठाए गए कदमों का स्वागत किया।

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(Udaipur Kiran) / मुकुंद

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