Madhya Pradesh

मध्य प्रदेश पॉवर सरप्लस राज्य और खनिज में है नंबर वन : प्रमुख सचिव सिंह

गुवाहाटी में 'इन्टरेक्टिव सेशन ऑन इन्वेस्टमेंट अर्पोच्यूनिटीज इन मध्य प्रदेश' को संबोधित करते हुए
गुवाहाटी में आयोजित 'इन्टरेक्टिव सेशन ऑन इन्वेस्टमेंट अर्पोच्यूनिटीज इन मध्य प्रदेश'
गुवाहाटी में आयोजित 'इन्टरेक्टिव सेशन ऑन इन्वेस्टमेंट अर्पोच्यूनिटीज इन मध्य प्रदेश'

भोपाल, 05 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में निवेश बढ़ाने के लिए रविवार को असम के गुवाहाटी में आयोजित ‘इन्टरेक्टिव सेशन ऑन इन्वेस्टमेंट अर्पोच्यूनिटीज इन मध्य प्रदेश’ में औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन एवं एमएसएमई विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह ने पूर्वोत्तर राज्यों के निवेशकों और उद्योगपतियों को मध्य प्रदेश की उद्योगफ्रेंडली नीतियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गुवाहाटी कला, संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य का बड़ा केंद्र है। उन्होंने स्व. भूपेन हजारिका और स्व. जुबीन गर्ग को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए एक लाख एकड़ का लैंड बैंक है। मध्य प्रदेश पॉवर सरप्लस राज्य है और खनिज के मामले में नंबर वन है।

प्रमुख सचिव सिंह ने कहा कि प्रदेश में 30 प्रतिशत बिजली ग्रीन एनर्जी से आती है। वर्ष 2030 तक हमारे एनर्जी बकेट में 50 प्रतिशत एनर्जी रेनुएबल माध्यम से आएगी। पीथमपुर के पास व्हीकल टेस्टिंग पार्क है। मध्य प्रदेश विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है। हमारे पास उज्जैन में मेडिकल उपकरण पार्क और धार में टेक्सटाइल सेक्टर के लिए पीएम मित्र पार्क का भूमिपूजन हो चुका है। मुरैना में लेदर पार्क बनाया गया है।

उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में ग्रीन एनर्जी के लिए अनंत संभावनाएं हैं। प्रदेश में औद्योगिक विकास अनुकूल 18 नवीन नीतियां लागू की गई हैं। प्रदेश में निवेश करने पर उद्योगपतियों को कई प्रकार के इंसेंटिव और सहायता दी जा रही है। प्रदेश में रोजगार आधारित उद्योगों के लिए विशेष सैलरी सब्सिडी देने का प्रावधान है। मेगा इंडस्ट्रीज के लिए भी कस्टमाइज्ड पैकेज सरकार दे रही है। फूड प्रोसेसिंग और फॉर्मा सेक्टर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। प्रदेश में दो प्लास्टिक पार्क भोपाल और ग्वालियर में हैं। नर्मदापुरम के पास इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट्स पार्क को बेहतर रेस्पॉन्स मिला है। यहां निवेशकों के लिए पर्याप्त मात्रा में लैंड उपलब्ध है।

प्रमुख सचिव ने कहा कि मध्य प्रदेश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस से आगे बढ़कर स्पीड ऑफ डूइंग बिजनेस पर जोर दिया जा रहा है। प्रदेश में हुईं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव और जीआईएस इसके उदाहरण हैं। प्रदेश में उद्योगों के विकास के लिए सिंगल विंडो सिस्टम है। उन्होंने कहा कि निवेशक मात्र 30 दिन में यहां उद्योग शुरू कर सकते है। राज्य सरकार एमएसएमई इकाइयों में 5100 करोड़ रुपये की सब्सिडी प्रदान की है। प्रदेश की 30 से 40 प्रतिशत आबादी वर्किंग है। उन्होंने निवेशकों से अनुरोध किया कि आप मध्यप्रदेश जरूर आएं, यहां निवेश की बेहतरीन संभावनाएं आपकी प्रतीक्षा में है।

सेशन में जनसम्पर्क आयुक्त दीपक सक्सेना ने असम राज्य के सभी उद्योगपतियों और औद्योगिक समूहों के प्रतिनिधियों एवं निवेशकों का और आयोजन में सहयोगी शासन-प्रशासन का हृदय से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आप सब हमें मध्य प्रदेश में सत्कार और अभिनंदन करने का अवसर दीजिए, मध्य प्रदेश में निवेश जरूर कीजिए।

(Udaipur Kiran) तोमर

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