श्रीनगर, 5 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । हस्तशिल्प एवं हथकरघा विभाग ‘अपने कारीगर को जानें’ अभियान के शुभारंभ के साथ क्षेत्र की कालातीत कलात्मकता का उत्सव मनाने के लिए तैयार है। सोलफुल कश्मीर’ ब्रांड के प्रचार का एक प्रमुख स्तंभ यह इमर्सिव श्रृंखला आम जनता को कश्मीर के विश्व-प्रसिद्ध शिल्पकारों से सीधे जुड़ने के लिए आमंत्रित करती है।
आज यहाँ जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि अपने कारीगर को जानें के तहत कार्यक्रम 30 अक्टूबर को श्रीनगर के प्रतिष्ठित स्थलों, झेलम रिवरफ्रंट, क्लॉक टॉवर, लाल चौक और हेरिटेज ब्रिज राजबाग में आयोजित किए जाएँगे। उन्होंने कहा, परंपरा और समुदाय को जोड़ने के इस दुर्लभ अवसर पर, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कारीगर और बुनकर अपने कार्यस्थलों से बाहर निकलकर अपनी निजी कहानियाँ साझा करेंगे, अपनी शिल्पकला की जटिल तकनीकों का अनावरण करेंगे और आगंतुकों व पर्यटकों के साथ बातचीत करेंगे।
इस अभियान में कश्मीरी उत्कृष्टता को परिभाषित करने वाले 15 जीआई-पंजीकृत शिल्पों को भी प्रदर्शित किया जाएगा, जिनमें कालीन बुनाई के सम्मोहक पैटर्न, पश्मीना और कानी बुनाई की शानदार गर्माहट, पपीयर माचे की नाज़ुक कलात्मकता, अखरोट की लकड़ी की नक्काशी की मूर्तिकला जैसी सुंदरता और खतमबंद छत की भव्यता शामिल है। प्रवक्ता ने आगे कहा, आगंतुक प्रामाणिकता की पुष्टि करने में क्यूआर कोडिंग की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में भी जानेंगे, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि हर कलाकृति पर कश्मीरी विरासत की सच्ची छाप हो।
उत्साह को बढ़ाते हुए, प्रवक्ता ने बताया कि ये कार्यक्रम श्रीनगर की प्रतिष्ठित विश्व शिल्प नगरी और यूनेस्को के क्रिएटिव सिटीज़ नेटवर्क के हिस्से के रूप में प्रतिष्ठा को भी प्रदर्शित करेंगे, जो एक दोहरी विशिष्टता है जो वैश्विक शिल्प कौशल में शहर के अद्वितीय योगदान को रेखांकित करती है।
विभाग प्रसिद्ध शिल्पकारों के साथ छात्रों के लिए विशेष संवाद सत्र भी आयोजित करेगा, जिससे अगली पीढ़ी को इन पारंपरिक कलाओं के संरक्षण और नवाचार के लिए प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा, आगंतुक करघे की पश्मीना बुनाई से लेकर अखरोट की नक्काशी की अचूक सटीकता तक, लाइव प्रदर्शन देख सकेंगे, जिससे उन्हें इन प्रसिद्ध कश्मीरी हस्तशिल्पों के जीवंत होने का नज़दीकी नज़ारा मिलेगा।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
