
अयोध्या, 5 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज का 27वां दीक्षांत समारोह रविवार को आयाेजित हुआ। इस अवसर पर कृषि, शिक्षा एवं अनुसंधान राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने कहा कि स्थाई कृषि एवं आजीविका सुरक्षा को बढावा देने के लिए हमें रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग कम करके जैविक खेती को बढ़ावा देना होगा। जल संसाधनों का अधिकतम और कुशल उपयोग के लिए ड्रिप सिंचाई और स्प्रिंकलर जैसी सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली तकनीकों का उपयोग को बढावा देना होगा।
राज्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2023-24 में, उत्तर प्रदेश ने 6.68 करोड़ टन (लगभग 66.8 मिलियन टन) खाद्यान्न का उत्पादन किया, जो भारत के कुल खाद्यान्न उत्पादन का लगभग लगभग 18.14% है। भारत का लगभग 30.84% गेहूँ, 14% चावल, 33% आलू, 47.30% गन्ना, 9.24% दलहन और 6.12% तिलहन का राज्य द्वारा उत्पादित किया जाता है। देश का 9.52% फल उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है। उन्होंने कहा कि यह राज्य भारत में सबसे बड़ा सब्जी उत्पादक है, जो देश के कुल सब्जी उत्पादन में लगभग 16% का योगदान देता है। पिछले आठ वर्षों में, उत्तर प्रदेश की कृषि अर्थव्यवस्था तीन गुना से भी ज्यादा बढ़कर 2024-25 में लगभग रू0 7 ट्रिलियन तक पहुँच गई है जो 2016-17 में रू0 2 ट्रिलियन थी। इस वृद्धि को मजबूत खाद्यान्न उत्पादन का समर्थन प्राप्त है, जो 2024-25 में 73.7 मिलियन टन तक पहुँच गया है। उत्तर प्रदेश 388 लाख टन दूध का उत्पादन करके भारत में प्रथम स्थान पर है। मत्स्य उत्पादन में वर्ष 2023-24 में 26.4% की वृद्धि हुई है। इसमें विश्वविद्यालय का भी बहुत बड़ा योगदान है।
राज्यमंत्री औलख ने कहा कि विश्वविद्यालय पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने में शानदार काम कर रहा है। इस वर्ष विश्वविद्यालय को प्राकृतिक खेती का नोडल सेंटर नियुक्त किया गया है, इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा मिलेगा। गत वर्ष इस विश्वविद्यालय को NAAC में सर्वोच्च ग्रेड A++ प्राप्त हुआ था और इस वर्ष NIRF 2025 में रैंकिग हासिल कर फिर से कृषि के क्षेत्र में अपनी उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया है।
(Udaipur Kiran) / पवन पाण्डेय
