HimachalPradesh

आरएसएस का शताब्दी वर्ष समारोह, धर्मशाला में विजयदशमी उत्सव का आयोजन

आरएसएस के कार्यक्रम के दौरान मौजूद संघ कार्यकर्ता।

धर्मशाला, 05 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में धर्मशाला के समीप घरोह में खंड स्तरीय विजयदशमी उत्सव का आयोजन किया गया। इस उत्सव में संघ के स्वयंसेवकों ने घोष (बैंड) के साथ पथ संचलन किया, जिसका क्षेत्र के लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। स्थानीय निवासियों ने संचलन कर रहे स्वयंसेवकों पर फूल बरसाकर अपना समर्थन और अभिनंदन व्यक्त किया। ​इस महत्वपूर्ण आयोजन में कैप्टन ईश्वर सिंह थापा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की, जबकि जिला सह कार्यवाह डॉ. रंजीत कुमार ने मुख्य वक्ता की भूमिका निभाई। उनके साथ कांगड़ा जिला संघ चालक प्रदीप कुमार भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। विभाग कार्यवाह सुशील कुमार सहित सैकड़ों स्वयंसेवकों ने शताब्दी वर्ष के इस कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया।

​कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैप्टन ईश्वर सिंह थापा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह समाज को दिशा देने वाला और सामाजिक कार्यों में संलग्न रहने वाला सबसे बड़ा संगठन है।

​विजयदशमी का महत्व और पंच परिवर्तन

कार्यक्रम के ​मुख्य वक्ता डॉ. रंजीत कुमार ने अपने उद्बोधन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के कारणों, इसकी संगठनिक शक्ति के महत्व, तथा विजयदशमी पर्व के आध्यात्मिक महत्व को विस्तार से समझाया। उन्होंने पंच परिवर्तन और आगामी शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों का भी सबके समक्ष परिचय रखा।

​डॉ. रंजीत कुमार ने संघ के संस्थापक डॉ. हेडगेवार के राष्ट्र प्रेम को याद करते हुए कहा कि उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया। वे कांग्रेस के पदाधिकारी भी रहे और देश की आज़ादी के लिए कई बार जेल गए। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में अहम योगदान देते हुए असंख्य लोगों को इस महाअभियान में शामिल किया। ​यह विजयदशमी उत्सव संघ के शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों की शृंखला में एक महत्वपूर्ण पड़ाव रहा।

(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया

Most Popular

To Top