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सेंट्रल जेल में सोनम वांगचुक से उनके बड़े भाई त्सेतन दोरजे ने की मुलाकात

सेंट्रल जेल में बंद सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक से मिले बड़े भाई, वकील

जाेधपुर, 5 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । सेंट्रल जेल में बंद सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक से शनिवार को उनके बड़े भाई त्सेतन दोरजे और वकील मुस्तफा हाजी ने मुलाकात की। विशेष अनुमति के बाद ही उनके भाई को उनसे मिलने की अनुमति दी गई। वकील हाजी ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि सोनम वांगचुक ने 4 लोगों की हत्या की स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग की है और कहा कि जब तक ऐसा नहीं होता, वे जेल में रहने के लिए तैयार हैं।

सोनम वांगचुक को 24 सितंबर को लेह में हुई हिंसा के मामले में गिरफ्तार किया गया था। वे लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे। राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत उनकी गिरफ्तारी के बाद 26 सितंबर की रात को उन्हें जोधपुर सेंट्रल जेल में स्थानांतरित किया गया। सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें अलग वार्ड में रखा गया है और 24 घंटे सीसीटीवी निगरानी में रखा जा रहा है।

वकील हाजी ने बताया कि सोनम वांगचुक शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ हैं और हिंसा में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने घायलों और गिरफ्तार लोगों के लिए प्रार्थना की और लोगों से शांति और अहिंसा के रास्ते पर चलकर शांतिपूर्ण संघर्ष जारी रखने की अपील की।

सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजलि जे अंगमो ने उनकी रिहाई के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। उन्होंने 2 अक्टूबर को अनुच्छेद 32 के तहत हेबियस कार्पस याचिका दायर की थी, जिसमें उनके पति की गिरफ्तारी को अवैध बताया गया है। उनकी याचिका पर सुनवाई 6 अक्टूबर को होगी। अंगमो ने यह भी आरोप लगाया कि दिल्ली में उनके पति और एक कर्मचारी का पीछा किया जा रहा है।

सोनम वांगचुक ने छठी अनुसूची और राज्य का दर्जा पाने की मांग में केडीए और लद्दाख के लोगों के साथ खड़े रहने का संकल्प जताया है और संघर्ष को शांतिपूर्ण रूप से जारी रखने का संदेश दिया है।

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(Udaipur Kiran) / राजीव

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