Uttrakhand

स्वास्थ्य विभाग में मशीनाें की खरीद काे लेकर कांग्रेस ने सरकार को घेरा

कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में करण माहरा पत्रकारों से बातचीत करते।

देहरादून, 4 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । कांग्रेस ने भाजपा सरकार में स्वास्थ्य, शिक्षा और सहकारिता विभागाें में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में गलत परंपरा को बढ़ावा दिया जा रहा है, जो राज्यहित में नहीं है। सरकार को इसका जवाब दे और भर्तियों पर श्वेत पत्र जारी करे। अन्यथा कांग्रेस प्रदेशभर में व्यापक स्तर पर आंदोलन करेगी।

शनिवार का कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने यहां संयुक्त रुप से पत्रकारों से वार्ता की। कांग्रेस नेताओं ने भाजपा सरकार के कार्याें और नीतियाें की आलाेचना की। इस दौरान ने करन माहरा ने कहा कि राज्य में जब से भाजपा सरकार आई है तब से बाहर के ठेकेदारों की हर विभाग में बाढ़ आ गई है। दिल्ली से लेकर इलाहाबाद तक के लोग काम करने के लिए आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में कोई भी किसी भी प्रकार की कोई भी मशीन की खरीद की जाती है तो डाक्यूमेंट दिया जाता है और मशीन खरीद से पूर्व डेमो दिया जाता है और उसके उपरांत टेंडर दिया जाता है। पचास हजार रूपये की मशीन है और उस मशीन को जिस स्टैंड पर खड़ा किया जाता है उसकी कीमत साढे चार लाख है यानि मशीन की कीमत पांच लाख हो गई है और इस मशीन को आज तक स्थापित नहीं किया गया है और मरीजों को इस मशीन का लाभ नहीं मिल पा रहा है । उन्होंने कहा कि इसी प्रकार से एक अन्य मशीन सीसी थ्री जो एक्सरे आदि के लिए उपयोग किया जाता है।

उन्होंने कहा कि टेंडर के उपरांत मशीन की खरीददारी होती है और कंपनी की जिम्मेदारी होती है कि वह दो साल तक मशीनों की देखरेख करें लेकिन ऐसा यहां पर नहीं है और वैन फाइंडर मशीनों को खरीदा गया और इसमें भी घोटाला ही घोटाला किया गया है। उन्हाेंने दावा किया कि इस मशीन को जांचने की प्रक्रिया शुरू की गई तो वह जांच में फेल हो गई और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इसे जांचने के लिए एम्स ऋषिकेश के लिए भेजा गया और वहां से जांच के उपरांत में मशीन सही पाई गई और जो एम्स सीबीआई की रडार पर हो वह कैसे मशीन को कैसे पास कर सकती है।

उन्होंने कहा कि पांच करोड़ 81 लाख रूपये से एक मशीन की कीमत के साथ पांच मशीनें खरीदी गई जिनकी कीमत तीस करोड़ रूपये है का भुगतान होने के बाद के बाद भी आज तक मशीनों को स्थापित नहीं किया गया। इससे बड़ा घोटाला व भ्रष्टाचार और क्या हो सकता है। उन्हाेंने मांग की स्वास्थ्य विभाग में इन मशीनाें की खरीद की सीबीआई हाेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चीन से खरीदी गई मशीनों में मानकों की अनदेखी की गई है और यहां एएसएमआई मैक इंन इंडिया को भी दर किनार कर खरीददारी की गई है।

करन माहरा ने कहा कि बदरीनाथ 3.5 करोड़ और केदारनाथ में 06 करोड़ की लागत से मशीन खरीदी गई और इसका भुगतान पर्यटन विभाग की ओर से किया गया। आज दो साल हो गए ले​किन दोनों धाम में अस्तपाल नहीं बन पाया है। मशीनें कही और रख दी गई। इसका जवाब स्वास्थ्य विभाग और पर्यटन विभाग से देने की मांग की।

पत्रकार वार्ता के दाैरान प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि बदरीनाथ और केदारनाथ जैसे स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से लापरवाही पर संबंधित मंत्री और सरकार को सामने आना चाहिए। सीबीसी गाइडलाइन का मशीन खरीद का अनुपालन नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि सहकारिता,शिक्षा और स्वास्थ्य में व्यापक स्तर पर नियुक्तियों में गड़बड़ी का आरोप लगाया। उन्होंने कोविड के दौरान सहकारिता में नौकरियों की नियुक्ति की जांच सीबीआई जांच की मांग की है। सरकार भ्रष्टाचार की परंपरा को गलत तरीके से बढ़ा रही है।

(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार

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