गुवाहाटी 04 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) ।
गायिकी जगत के चर्चित कलाकार जुबीन गर्ग के दूसरे पोस्टमॉर्टेम (मरणोत्तर) परीक्षण की रिपोर्ट को स्वीकार न करने का फैसला उनकी पत्नी गरिमा गर्ग ने शनिवार को सार्वजनिक किया। गरिमा ने कहा कि यह निर्णय इसलिए लिया गया ताकि चल रही जांच प्रक्रिया में किसी भी तरह का व्यवधान न आए।
गरिमा गर्ग ने कहा कि वह आगे भी विशेष रूप से एसआईटी की चल रही सभी जांच प्रक्रियाओं में पूर्ण सहयोग देंगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि चूंकि जांच जारी है, इसलिए यह डर था कि रिपोर्ट सार्वजनिक होने पर जांच में व्यवधान आ सकता है — इसलिए उन्होंने रिपोर्ट स्वीकार न करने का निर्णय लिया।
कानून पर भरोसा जताते हुए गरिमा ने कहा, “मैं कानून के बारे में ज्यादा जानती नहीं, इसलिए पोस्टमॉर्टेम रिपोर्ट वह अदालत और जांच अधिकारी के पास ही रहे। मैं मानती हूं कि जांच अब सही दिशा में आगे बढ़ रही है और हमें वास्तविक घटनाक्रम जल्द जानना होगा। जांच को तीव्र किया जाना चाहिए और जो भी दोषी है, उसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए।”
गरिमा ने भावुक स्वर में कहा, “पोस्टमॉर्टेम रिपोर्ट मेरी निजी संपत्ति नहीं।
अपना जीवनसाथी खोया है — मैं उन्हें कभी वापस नहीं ला सकती — परंतु उन्हें न्याय मिलना चाहिए। जूबिन गर्ग को न्याय मिले।”
सूत्रों के अनुसार, शनिवार को एसआईटी ने गरिमा गर्ग के बयान के साथ ही जुबीन गर्ग की बहन पामी बोरठाकुर का भी बयान दर्ज किया। गरिमा ने जुबीन की कथित हत्या के संदर्भ में पूछे गए सवाल पर कहा — “अगर शेखर (नाम संदर्भ के रूप में) को कुछ पता था तो उसने इतने दिनों तक क्यों छुपाकर रखा?” — और इस मामले में दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलने की मांग की।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
