
कोलकाता, 04 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । तृणमूल कांग्रेस के महासचिव कुणाल घोष के एक तीखे सोशल मीडिया पोस्ट ने पार्टी के भीतर गहराते मतभेदों की ओर नया संकेत दिया है। पत्रकार से नेता बने घोष ने वरिष्ठ नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा है कि जब पार्टी किसी विवाद या संकट से जूझती है, तब कई वरिष्ठ नेता ‘साइलेंट मोड’ में चले जाते हैं।
घोष ने अपनी बंगला भाषा में लिखी पोस्ट में कहा कि जब-जब पार्टी या राज्य सरकार किसी विवाद में घिरी, तब केवल तृणमूल की सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेल के सदस्य ही सक्रिय रहे। उन्होंने कहा कि पार्टी की छवि बचाने का काम लगातार आईटी सेल और सोशल मीडिया पर सक्रिय कुछ समर्थकों ने किया है, जबकि कई वरिष्ठ नेता चुप्पी साधे रहे।
घोष ने लिखा, “यह पोस्ट तृणमूल कांग्रेस आईटी सेल के सदस्यों और उन तमाम कार्यकर्ताओं के लिए है जो सोशल मीडिया पर निस्वार्थ भाव से पार्टी के पक्ष में काम करते हैं। कई यूट्यूबर भी अपने चैनलों के जरिए पार्टी और ममता बनर्जी का समर्थन कर रहे हैं। जब वरिष्ठ नेता खामोश रहते हैं, तब यही सोशल मीडिया सैनिक पार्टी और सरकार का बचाव करते हैं। आप सभी को विजयादशमी की शुभकामनाएं। आपकी पोस्ट, लाइक, शेयर और कमेंट हमारी ताकत हैं।”
यह पहली बार नहीं है जब कुणाल घोष ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर खुलकर नाराजगी जताई हो। इससे पहले भी उन्होंने आरोप लगाया था कि जब भी पार्टी किसी विवाद में फंसी, वरिष्ठ नेता सामने आने से बचते रहे। पिछले वर्ष आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या मामले के समय भी घोष ने वरिष्ठ नेताओं की चुप्पी पर सवाल उठाए थे।
घोष के इस नए बयान पर तृणमूल नेतृत्व की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
