Uttrakhand

मौसम परिवर्तन एवं नदियां विषय पर कार्यशाला में मंथन

कार्यक्रम के दौरान

हरिद्वार, 4 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । स्वामी दर्शनानन्द इंस्टिट्यूट ऑफ मैंनेजमंेट एण्ड टैक्नोलॉजी संस्थान में राष्ट्रीय हरित अधिकरण द्वारा मौसम परिवर्तन एवं नदियां पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। इस अवसर पर स्वामी दर्शनानन्द गुरूकुल के विद्यार्थियों द्वारा न्यायमूर्ति अरूण कुमार त्यागी, न्यायिक सदस्य, राष्ट्रीय हरित अधिकरण, नई दिल्ली का स्वागत शंखनाद एवं मंत्रोंचारण द्वारा किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। संस्थान की निदेशक डॉ. जयलक्ष्मी ने मुख्य अतिथि अरूण कुमार त्यागी को रूद्राक्ष माला, शॉल भेंटकर स्वागत किया। इस अवसर पर न्यायमूर्ति अरूण कुमार त्यागी ने एनजीटी के बारे में विस्तार से बताया। कहा कि आज कल लोगों द्वारा एनजीटी का उलंघन करने का ही परिणाम है कि मौसम में परिर्वतन हो रहा है। नदियों को नालों का रूप देकर वहां अधिकरण किया जा रहा है। पेड़ों को काटा जा रहा है, जिसकी वजह से बाढ़, भूस्खलन आदि से पर्यावरण को हानि हो रही है।

उन्होंने बताया कि पहले समय में हम पेंड़ों की पूजा करते थे और उनको काटने से पहले उनकी अनुमति लेना जरूरी माना जाता था। पर्यावरण को बचाने के लिए पशु, पक्षियों की भी ईश्वरीय रूप में पूजा की जाती थी। उन्होंने विद्यार्थियों को भारतवर्ष का निर्माणकर्ता व हमारे स्वच्छ एवं हरित प्रर्यावरण की नीवं बताया।

इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि रमन कांत, रीवरमैन एवं अध्यक्ष भारतीय नदी परिषद का स्वागत स्वामी विरक्त देव, राजेन्द्र कठैत, प्रदूषण अधिकारी का स्वागत प्रधानाचार्य अशोक गौतम, विकास त्यागी, एक्जीक्यूटीव इंजीनियर, उत्तरी गंग नहर, हरिद्वार एवं रूड़की का स्वागत स्वामी मुंकुद देव द्वारा शॉल, रूद्राक्ष माला एवं प्लांटर भेंट कर किया गया। इस अवसर पर डीन एकेडमिक्स अंजुम सिद्दकी, रजिस्ट्रार अनुराग गुप्ता, पंकज चौधरी, विकास अग्रवाल, धरणीधर वाग्ले, वर्षा रानी, सुधांशु जगता, त्रिशु अवस्थी, कशिश धीमान, ज्योति राजपूत, आशीष कुमार, उमेश, देवेन्द्र रावत, दिलखुश के साथ-साथ संस्थान के सभी छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।

(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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