
नैनीताल, 4 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । कुमाऊँ विश्वविद्यालय नैनीताल के रसायन विभाग के प्रख्यात वैज्ञानिक प्रो. नंद गोपाल साहू को भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी का फेलो चुना गया है। वे विभाग के इतिहास में यह सम्मान पाने वाले पहले वैज्ञानिक बने हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रो. साहू ने कचरा प्रबंधन, दो-आयामी नैनो कणों, ऊर्जा रूपांतरण एवं भंडारण, बायो-सेंसर और औषधि वितरण जैसे क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण शोध कर उल्लेखनीय पहचान बनाई है। अपशिष्ट प्रबंधन के अंतर्गत उन्होंने प्लास्टिक कचरे से बहुमूलय ग्राफीन और क्रूड ऑयल जैसी उपयोगी सामग्रियों का उत्पादन कर तकनीक हस्तांतरण करने वाले कुमाऊँ विश्वविद्यालय के पहले वैज्ञानिक के रूप में भी इतिहास रचा है। उनके नाम पर सैकड़ों शोध प्रकाशन, कई अंतरराष्ट्रीय सहयोग परियोजनाएं दर्ज हैं और वे लगातार पिछले छह वर्षों से स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की ‘विश्व के शीर्ष 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों’ की सूची में भी शामिल हो रहे हैं।
इस उपलब्धि पर कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत, कुलसचिव डॉ. मंगल सिंह मंद्रवाल, डीएसबी परिसर की निदेशक प्रो. नीता बोरा शर्मा, विज्ञान संकाय की अधिष्ठाता प्रो. चित्रा पांडे, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. संजय पंत, शिक्षक संघ-कूटा के अध्यक्ष प्रो. ललित तिवारी सहित सभी संकाय सदस्यों ने उन्हें बधाई दी है और इसे विश्वविद्यालय के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि बताया है।
वहीं, आभार व्यक्त करते हुए प्रो. साहू ने कहा कि यह उपलब्धि कुलपति, रसायन विभाग और अन्य विभागों के संकायजनों, परिवार के समर्थन और उनके शोध समूह की मेहनत के बिना संभव नहीं थी। इसलिये यह सम्मान केवल उनका नहीं, बल्कि पूरे विश्वविद्यालय परिवार का है।
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
