परिषद के दो अन्य दिवंगत सदस्यों रेवती रमन दास व प्रताप नारायण सिंह को भी याद किया गोरक्षपीठाधीश्वर ने
गोरखपुर, 3 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) ।गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष रहे, पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति स्वर्गीय प्रो. यूपी सिंह का जीवन सभी शिक्षकों और शिक्षा जगत से जुड़े सभी लोगों के लिए आदर्श है। भारत और भारतीयता के प्रति समर्पित उनके जीवन मूल्य सदैव जीवंत रहेंगे।
गोरक्षपीठाधीश्वर, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की बैठक में परिषद के अध्यक्ष प्रो. यूपी सिंह और दो अन्य सदस्यों रेवती रमन दास व प्रताप नारायण सिंह के निधन पर शोक प्रस्ताव प्रस्तुत कर रहे थे। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष राजेश मोहन सरकार की अध्यक्षता में शुक्रवार दोपहर बाद गोरखनाथ मंदिर के सभाकक्ष में आहुत इस बैठक में सीएम योगी ने कहा कि प्रो. यूपी सिंह एक सुयोग्य, गोरक्षपीठ व शिक्षा परिषद के समर्पित संगठनकर्ता थे। भारतीय जीवन मूल्यों और आदर्शों के प्रति उनकी अटूट आस्था थी। वह आजीवन राष्ट्रीयता, हिंदुत्व, भारतीय संस्कृति के प्रति समर्पित शिक्षाविद रहे। उनका निधन गोरक्षपीठ, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद और वैचारिक जगत की सभी संस्थाओं के लिए अपूर्णीय क्षति है।
शोक प्रस्ताव के क्रम में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के दिवंगत सदस्य रेवती रमन दास को याद करते हुए सीएम योगी ने कहा कि एक बड़े उद्यमी परिवार के रेवती रमन दास का जुड़ाव गोरक्षपीठ से तीन पीढ़ियों से रहा। वह सरल, सहज व्यवहार के धनी और गोरक्षपीठ के प्रति बड़ी श्रद्धा और निष्ठा रखते थे। गोरक्षपीठाधीश्वर ने परिषद के ही सदस्य रहे प्रताप नारायण सिंह को भी शब्दांजलि दी। कहा कि सामाजिक सरोकारों के निर्वहन में अग्रणी रहे प्रताप नारायण ने पूरा जीवन महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की सेवा को समर्पित किया।
बैठक में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के पदाधिकारी एवं सदस्यगण गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, त्यागीनाथ, राजेश मोहन सरकार, द्वारिका तिवारी, प्रमथ नाथ मिश्र, ज्योति प्रकाश मस्करा, धर्मेंद्र सिंह सिसवां, हरि प्रकाश मिश्र एडवोकेट, डॉ. शैलेंद्र प्रताप सिंह, रामजन्म सिंह, डॉ. प्रदीप कुमार राव आदि उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय
