
– बागपत से मेरी बेटी, मेरे कुलदीपक का आगाज
बागपत, 03 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में मेरी बेटी, मेरी कुलदीपक अभियान की शुरुआत हुई है। इसका उद्देश्य बेटियों के महत्व को समाज में नए दृष्टिकोण से स्थापित करना है। इस अभियान के तहत, 35 जागरूक परिवारों को सम्मानित किया गया। जो गर्व के साथ बेटियों का पालन-पोषण कर रहे हैं। इन परिवारों को जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने शुक्रवार काे कुलदीपक और पौधा देकर सम्मानित किया है।
समाज में बेटियों को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण बनाने को लेकर जिलाधिकारी ने एक अभियान की शुरूआत की है। इसको लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने मेरी बेटी, मेरी कुलदीपक अभियान का शुभारम्भ करते हुए कहा कि बेटियां केवल परिवार की जिम्मेदारी नहीं है बल्कि वह रोशनी हैं जो पूरे कुल, समाज और राष्ट्र को आलौकित करती है।
अभियान का उद्देश्य बेटियों को सशक्त बनाना और उनकी शिक्षा, सुरक्षा और सम्मान को बढ़ावा देना है। उन परिवारों को विशेष पहचान और सम्मान देना होगा जो बेटियों का गर्व से पालन-पोषण कर रहे हैं। शिक्षा और सुरक्षा से जुड़े सरकारी कार्यक्रमों को जमीनी स्तर पर लागू करना पड़ेगा। नई पीढ़ी में यह संदेश पहुंचाना होगा कि बेटियां ही असली परिवर्तन की वाहक हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि बेटियां परिवार और समाज की रोशनी हैं और उन्हें अवसर, शिक्षा और सम्मान मिलने पर वे जीवन के हर क्षेत्र में समाज का गौरव बढ़ाती हैं। इस अभियान से समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण बनाने और उन्हें सशक्त बनाने में मदद मिलेगी। इस दौरान 35 परिवारों को सम्मानित किया। सम्मानित हुए 35 परिवारों ने अपनी जीवन यात्रा साझा की। कई परिवारों ने बताया कि समाज में अक्सर उन्हें केवल बेटियों के होने पर ताने सुनने पड़े, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने बेटियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाई और आज वे बेटियां चिकित्सा, प्रशासन, खेल और अन्य क्षेत्रों में उपलब्धियां प्राप्त कर रही हैं।
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(Udaipur Kiran) / सचिन त्यागी
