
प्रयागराज, 03 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में गांधीजी के प्रिय भजनों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने गांधीजी के विचारों को जीवन में आत्मसात करने का आह्वान किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं कर्मचारियों द्वारा विश्वविद्यालय के विकास एवं समाज के निर्माण में अपना योगदान कर राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका को तय करने पर बल दिया।
प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि गांधीजी ने अपना जीवन सत्य और अहिंसा के सिद्धांत पर जिया। उन्होंने सत्य और अहिंसा का पाठ भगवत गीता से सीखा। गीता में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को बुराइयों पर अच्छाइयों की विजय तथा सत्य की स्थापना हेतु उपदेश दिया। इन विचारों को गांधीजी ने आत्मसात कर स्वतंत्र भारत के निर्माण में अपना योगदान दिया। पूरे जनमानस को जोड़ कर अंग्रेजों की दास्तॉ से देश को मुक्त कराया।
मुक्त विवि के मीडिया प्रभारी डॉ प्रभात चंद्र मिश्र ने बताया कि कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने भूतपूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी नमन किया एवं संघ के 100 साल पूरे होने पर शुभकामनाएं दी। उन्होंने विजयदशमी के अवसर पर विश्वविद्यालय परिवार को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम सचिव प्रोफेसर आनंदानंद त्रिपाठी ने तथा कार्यवाहक कुलसचिव एवं निदेशक समाज विज्ञान विद्या शाखा प्रोफेसर एस कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र
