
जयपुर, 3 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी पहल “निरामय राजस्थान अभियान” के अंतर्गत अक्टूबर माह को “कम तेल – ज्यादा सेहत” थीम के रूप में मनाया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य आमजन को हृदय रोग, मोटापा, मधुमेह, उच्च रक्तचाप व पाचन संबंधी समस्याओं से बचाव के लिए संतुलित एवं कम तेल वाले भोजन की आदतों के प्रति जागरूक करना है। इसके अंतर्गत विभिन्न जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जयपुर प्रथम डॉ. रवि शेखावत एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जयपुर द्वितीय डॉ. मनीष मित्तल ने बताया कि अत्यधिक तले एवं तेल युक्त भोजन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। लोगों को चाहिए कि वह भोजन में प्रयुक्त तेल की मात्रा नियंत्रित करें तथा उबालकर, भुने या भाप में पकाए गए आहार को प्राथमिकता दें। अक्टूबर माह के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा विद्यालयों,आंगनबाड़ियों, शहरी व ग्रामीण समुदायों एवं संस्थानों में जन जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएँगी।
उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि भोजन में तेल की मात्रा सीमित रखें, रिफाइंड तेलों के स्थान पर पारंपरिक और कम मात्रा वाले विकल्प अपनाएं, तले हुए खाद्य पदार्थों की बजाय उबले, भुने या कम तेल में पके व्यंजन लें,बाहर के फास्ट फूड और पैक्ड स्नैक्स से बचें। साथ ही प्रतिदिन शारीरिक गतिविधि को जीवनशैली का हिस्सा बनाएं।
उन्होंने कहा कि निरामय राजस्थान अभियान जनसहभागिता पर आधारित है, इसलिए परिवार, विद्यालय, संस्थान और समुदाय सभी को मिलकर इस थीम को सफल बनाना चाहिए, ताकि “कम तेल – ज्यादा सेहत” का संदेश हर घर तक पहुँचे और स्वस्थ जयपुर का लक्ष्य साकार हो सके।
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(Udaipur Kiran)
