श्रीनगर, 3 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा विभाग में नौकरी के लिए आवेदन करने वाले सैकड़ों उम्मीदवारों ने शुक्रवार को श्रीनगर में विरोध प्रदर्शन किया और लंबे समय से चल रहे भर्ती घोटाले में न्याय और जवाबदेही की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के वादे सहित अधिकारियों के बार-बार आश्वासन के बावजूद एक दशक से भी
ज्यादा समय से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
उम्मीदवारों ने इस घोटाले को सुलझाने में व्यवस्थागत लापरवाही बताते हुए इसके खिलाफ नारे लगाए जिसके कारण मेधावी युवाओं को सरकारी नौकरियों से वंचित होना पड़ा। उन्होंने निष्पक्ष जाँच और भर्ती सूचियों में छेड़छाड़ करने वालों को कड़ी सज़ा देने की माँग करते हुए तख्तियाँ ले रखी थीं।
प्रदर्शनकारी उम्मीदवारों में से एक ने बताया कि हम बार-बार सड़कों पर उतरे हैं, फिर भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। पिछले 12 सालों से हम न्याय का इंतज़ार कर रहे हैं। हममें से कई लोग ऊपरी आयु सीमा पार कर चुके हैं और सरकारी नौकरी की उम्मीद छोड़ चुके हैं। यह न केवल धोखाधड़ी है बल्कि घोर अन्याय भी है।
उम्मीदवारों ने याद किया कि जब उन्होंने पहले यह मुद्दा उठाया था तो उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया था। एक अन्य उम्मीदवार ने कहा कि उपराज्यपाल साहब ने खुद हमसे वादा किया था कि कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को सज़ा दी जाएगी। लेकिन महीने और साल बीत गए हैं और हम अभी भी उस वादे के पूरा होने का इंतज़ार कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों के अनुसार अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा विभाग में भर्ती प्रक्रिया एक दशक से भी ज्यादा समय से धांधली और अनियमितताओं के आरोपों से घिरी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि अयोग्य उम्मीदवारों को धोखाधड़ी के ज़रिए भर्ती किया गया जबकि असली उम्मीदवारों को दरकिनार कर दिया गया।
एक पीड़ित नौकरी चाहने वाले ने कहा कि हमें सबसे ज्यादा दुख इस बात का है कि यह मामला नया नहीं है। यह बारह साल से भी ज्यादा समय से सार्वजनिक चर्चा का विषय रहा है। एक के बाद एक सरकारों ने इसे नज़रअंदाज़ किया और अब वर्तमान प्रशासन के तहत भी बार-बार वादा करने के बावजूद कुछ नहीं किया गया है।
उम्मीदवारों ने सरकार से एक स्वतंत्र जाँच समिति गठित करके या मामले की गहन जाँच के लिए किसी भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी को सौंपकर तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जब तक दोषियों को सज़ा नहीं मिलती, भर्ती प्रणाली में जनता का विश्वास डगमगाता रहेगा।
(Udaipur Kiran) / सुमन लता
