जम्मू,, 2 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) ।
अमर क्षत्रिय राजपूत सभा ने विजयादशमी के पावन अवसर पर शस्त्र पूजन का आयोजन किया। इस अवसर पर सभा के सदस्यों के साथ महंत रामेश्वर दास ने भी यज्ञ में आहुति डालकर समारोह को और अधिक पवित्र बनाया।
महंत रामेश्वर दास ने बताया कि शस्त्र पूजन का विधान सनातन धर्म में युगों से चला आ रहा है। यह परंपरा न केवल शस्त्रों और उपकरणों का सम्मान करती है, बल्कि वीरता, धर्म और कर्तव्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा भी देती है। इस अवसर पर उपस्थित सभी सदस्यों ने सामूहिक रूप से पूजा-अर्चना में भाग लिया और अपने परिवार तथा समाज की सुरक्षा और समृद्धि की कामना की।
सभा के सदस्यों ने कहा कि यह परंपरा हमें न केवल अपने सांस्कृतिक मूल्यों से जोड़ती है, बल्कि वीरता, नैतिकता और सामाजिक जिम्मेदारी का संदेश भी देती है।
—————
(Udaipur Kiran) / अश्वनी गुप्ता
