
शिमला, 01 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । हिमाचल प्रदेश में लंबे समय से प्रतीक्षित मुख्य सचिव पद के लिए इंतजार आखिरकार खत्म हो गया। हिमाचल कैडर के सबसे सीनियर आईएएस अधिकारी संजय गुप्ता (1988 बैच) को मुख्य सचिव का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। उन्हें अतिरिक्त मुख्य सचिव (टाउन एंड कंट्री प्लानिंग एंड हाउसिंग) के पद के साथ यह जिम्मेदारी तत्काल प्रभाव से दी गई है। संजय गुप्ता इस समय प्रदेश के सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं और उनका सेवानिवृत्त होने का समय 31 मई 2026 है।
सरकार ने संजय गुप्ता सहित तीन वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों के तबादले और नई जिम्मेदारियों की घोषणा की है। 1994 बैच के आईएएस ओंकार चंद शर्मा को अतिरिक्त मुख्य सचिव (ट्राइबल डेवलपमेंट) नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही उन्हें रोपवे और रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड, शिमला के चेयरमैन-कम-मैनेजिंग डायरेक्टर का अतिरिक्त चार्ज भी दिया गया है। वहीं, 1993 बैच के आईएएस कमलेश कुमार पंत को अतिरिक्त मुख्य सचिव (रेवेन्यू) का कार्यभार सौंपा गया है। उन्हें वित्तीय आयुक्त (रेवेन्यू), अतिरिक्त मुख्य सचिव (फॉरेस्ट, होम एंड विजिलेंस), वित्तीय आयुक्त (अपील) और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष के पदों की जिम्मेदारी भी दी गई है।
संजय गुप्ता की नियुक्ति को उनके वरिष्ठता और अनुभव के आधार पर सबसे उपयुक्त माना जा रहा है।
दिलचस्प बात यह है कि पहले भी संजय गुप्ता मुख्य सचिव बनने के दावेदार रहे हैं। पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल में आरडी धीमान को मुख्य सचिव बनाया गया था, जबकि संजय गुप्ता उनसे वरिष्ठ थे। इसके बाद धीमान के सेवानिवृत्त होने पर 1990 बैच के प्रबोध सक्सेना को मुख्य सचिव बनाया गया। अब संजय गुप्ता को पहली बार मुख्य सचिव का अतिरिक्त कार्यभार मिला है।
इसके पहले सरकार ने संजय गुप्ता को हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का अध्यक्ष और रोपवे तथा रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन-कम-मैनेजिंग डायरेक्टर का अतिरिक्त चार्ज सौंपा था। वहीं, मुख्य सचिव पद पर तैनात प्रबोध सक्सेना बीते 30 सितम्बर को छह माह के सेवा विस्तार अवधि पूरी करने के बाद सेवानिवृत्त हुए थे। अब सरकार ने उन्हें हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड का अध्यक्ष तीन वर्षों के लिए नियुक्त किया है।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
