

झाबुआ, 1 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश के जनजातीय बाहुल्य झाबुआ जिले के थान्दला सब-डिवीजन मुख्यालय पर विजयादशमी मवैशी मैला बुधवार से शुरू हुआ। जनजातीय समाज में रावण का मेला के नाम से जाना जाने वाला यह तीन दिवसीय परंपरागत लोकप्रिय मेला प्रति वर्ष आश्विन शुक्ल नवमी से एकादशी तिथि तक आयोजित होता है। स्थानीय नगर परिषद द्वारा इस लोक प्रसिद्ध मेले के लिए व्यापक रूप से प्रबंध किए जाते हैं।
थांदला के दशहरा मैदान में परंपरागत रूप से आयोजित होने वाले विजयादशमी मवैशी मेला उर्फ रावण का मेला ने इस बार 64 वे वर्ष में प्रवेश कर लिया है। प्रशासकीय रूप से यह मेला विजयादशमी मवैशी मेला एवं कृषि प्रदर्शनी के रूप में दर्ज है, किंतु जनजातीय समुदाय में यह रावण का मेला के नाम से ही विख्यात है, और इस अनुविभाग क्षेत्र के निवासियों को इस मेले की बड़ी ही उत्सुकता से प्रतीक्षा रहती है। मेले में सम्मिलित होने के लिए दूरस्थ इलाकों से बड़ी संख्या में जनजातीय समुदाय के लोग परिवार सहित पहुंच कर मेले का आनन्द लेते हैं। विजयादशमी के दिन मेला क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं।
तीन दिवसीय इस मेला आयोजन में बड़ी संख्या में मवैशियों की खरीद बिक्री होती है, साथ ही कृषि विभाग द्वारा यहां मेला ग्राउंड में आकर्षक कृषि प्रदर्शनी भी लगाई जाती है। स्थानीय भक्त मलुकदास रामायण मंडल द्वारा संगीतमय सुंदरकांड पाठ से आरंभ होने वाले इस आयोजन का समापन अखिल भारतीय कवि सम्मेलन से होता है।
अध्यक्ष, नगर परिषद थांदला, श्रीमती लक्ष्मी सुनील पणदा ने आयोजन के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि परंपरागत रूप से प्रतिवर्ष आयोजित किया जाने वाला श्री विजयादशमी मवैशी मेला (रावण का मेला) 1 से 3 अक्टूबर तक दशहरा मैदान में लगेगा। मेले का शुभारंभ बुधवार 1 अक्टूबर को जहां श्री भक्त मलुकदास रामायण मंडल द्वारा रात्रि 8 बजे रामायण पारायण से होगी, वहीं गुरुवार 2 अक्टूबर को रात्रि 9 बजे आतिशबाजी के साथ रावण दहन होगा, और रात्रि 10 बजे से श्री सत्यवीर तेजाजी महाराज के दिव्य चरित्र पर नाटक की प्रस्तुति होगी, जबकि मेले के अंतिम दिवस शुक्रवार 3 अक्टूबर को प्रातः काल 11 बजे कबड्डी प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी, तथा इसी दिन शाम 7 बजे समापन समारोह एवं पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया जाएगा। मेला आयोजन की अंतिम कड़ी के रूप में इसी दिन रात 9 बजे से अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें ख्याति प्राप्त कविगण अपनी कविता का पाठ करेंगे। नगर परिषद अध्यक्ष ने कहा कि मेला क्षेत्र में बाहर से आकर दुकान लगाने वाले दुकानदारों और बड़ी संख्या में मेला देखने हेतु आने वाले लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए नगर परिषद द्वारा मेला क्षेत्र में व्यापक रूप से व्यवस्थाएं की गई है।
—————
(Udaipur Kiran) / डॉ. उमेश चंद्र शर्मा
