
धर्मशाला, 01 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । डॉ. अशोक कुमार पांडा ने बुधवार को चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर के कुलपति का कार्यभार ग्रहण कर लिया। डॉ. अशोक कुमार पांडा, स्वर्गीय अक्षय कुमार पांडा और शैलजा नंदा पांडा के पुत्र हैं। उनका जन्म 17 मई, 1966 को वीपीओ बच्चीपुर, तहसील बसुदेवपुर, ओडिशा में हुआ था। उन्होंने 1988 में ओडिशा पशु चिकित्सा महाविद्यालय, भुवनेश्वर (ओडिशा) से स्नातक और 1990 में अखिल भारतीय लोक स्वास्थ्य एवं स्वच्छता संस्थान, कोलकाता विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद, वे 1991 में ओडिशा सरकार में पशु चिकित्सा विभाग में पशु चिकित्सा अधिकारी के पद पर कार्यरत हुए और जुलाई 1992 में सहायक प्रोफेसर, जन स्वास्थ्य एवं महामारी विज्ञान विभाग, डॉ. जीसी नेगी पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय के पद पर कार्यरत हुए। वर्ष 2004 में उन्हें पशु जन स्वास्थ्य एवं महामारी विज्ञान विभाग में प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष के पद पर पदोन्नत किया गया और उसके बाद वे 8 महीने की संक्षिप्त अवधि के लिए विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय में वरिष्ठ वैज्ञानिक के पद पर कार्यरत रहे। अक्टूबर 2014 में वे पुनः पशु जन स्वास्थ्य एवं महामारी विज्ञान विभाग में प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत हुए। वर्तमान में वह प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत हैं। उन्हें वर्ष 2023 में एसोसिएट डायरेक्टर (पशु विज्ञान) और वर्ष 2024 में छात्र कल्याण अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। उन्हें मार्च, 2025 में अधिष्ठता, डॉ. जीसी नेगी पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
उन्होंने भारत और विदेशों की प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में कई शोध पत्र, विस्तार प्रकाशन, पुस्तक अध्याय प्रकाशित किए हैं। उन्होंने वर्ष 2006 में विश्वविद्यालय में एक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी और वर्ष 2012 में अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किया था। उन्होंने आज तक विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 10 अनुसंधान और प्रसार परियोजनाओं को संभाला है। उन्होंने अपने मार्गदर्शन में विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न छात्र उद्यमिता उपक्रमों की स्थापना की है। उन्होंने किसानों को अपने सक्रिय मार्गदर्शन और प्रेरणा के तहत सुआं गाँव में एक किसान उत्पादक कंपनी पंजीकृत करने के लिए भी प्रेरित किया है, जिसे भारत सरकार के साथ पंजीकृत किया गया है।
उन्होंने मलेशिया, श्रीलंका, नेपाल और बांग्लादेश जैसे कई देशों का दौरा किया है और विभिन्न संगोष्ठियों/सेमिनारों/प्रशिक्षण कार्यक्रमों में शोध पत्र प्रस्तुत किए हैं।
(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया
